यूपी के बागपत में बालैनी थाना क्षेत्र के गांव दत्तनगर के लोग बारूद के ढेर पर बैठे हैं। झगड़ों और शिकायतों की अनदेखी कर रही पुलिस एसपी की सख्ती के बाद गांव में पहुंची तो वहां छह अवैध फैक्ट्रियां संचालित मिलीं। गांव में बंद मकानों में पटाखे बनाए जा रहे हैं। पुलिस के आते ही घरों से बाहर गलियों में लाखों के पटाखे फेंक दिए। पुलिस ने बंद मिली फैक्ट्रियों पर सील लगा दी है, जबकि कई फैक्ट्रियों से पटाखे वाहनों में भरकर थाने ले गई। इस अभियान के दौरान कई थानों की पुलिस मौजूद रही।
बदायूं में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद जिले में हाई अलर्ट जारी किया। एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने शनिवार को सभी थानाध्यक्षों को सर्च अभियान चलाकर अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्रियों को बंद कराने के निर्देश दिए। बालैनी थाना क्षेत्र के दत्तनगर में थानाध्यक्ष महिपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सर्च अभियान चलाया। पुलिस को देखकर पटाखे बनाने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। अधिकतर लोगों ने पटाखे बनाने की सामग्री और तैयार पटाखों को घर के बाहर गलियों में फेंक दिया। पुलिस को गलियों में पटाखों से भरे बोरे पड़े मिले, जिन्हें कब्जे में ले लिया। पुलिस ने मुन्ना के गोदाम पर छापा मारा तो वहां से भारी मात्रा में पटाखे बरामद किए। इसके अलावा पुलिस ने पटाखों के पांच गोदामों पर छापा लगाकर उन्हें सील कर दिया। पुलिस की कार्रवाई से अधिकतर पटाखा निर्माता मौके से भाग निकले। बालैनी थानाध्यक्ष ने बताया कि पटाखा कारोबारी मुन्ना के घर पर पुलिस छापा मारने गई थी लेकिन वह भाग निकला। पटाखे बनाने वाले लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।
पुलिस को गलियों में पड़े मिले लाखों के पटाखे
पुलिस गोदाम सील कर जैसे ही वापस मोहल्ले में सर्च अभियान चलाने पहुंची तो पुलिस के पहुंचने से पहले ही लोगों ने अपने घरों के बाहर पटाखे बनाने का सामान और तैयार पटाखों को फेंक दिया। पुलिस का कहना है कि घरों के अंदर से कुछ नहीं मिला। बाहर गली में पटाखे पड़े मिले हैं। पटाखा बनाने वाले लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। अमर उजाला