देहरादून: “वर्तमान सरकार द्वारा विधवा, विकलांग, वृद्वावस्था, किसान पेंशन के साथ-साथ अनुसूचित जाति के व्यक्तियों के लिए शादी बीमारी, तथा
अनेक छात्रवृत्ति योजनाओं के अन्तर्गत अधिक से अधिक संख्या में लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है” यह बात समाज कल्याण मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने स्थानीय रामलीला मैदान में समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित बहुउद्देशीय कल्याण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि कही। समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में समाज के ीर वर्ग के कल्याण के लिए संचालित योजनायें उनकी दूर दर्शिता एवं सम्वेदनशीलता का परिचायक है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने कन्या के उद्वार के लिए गौरादेवी कन्या धन योजना की राशि को बढा कर 50 हजार की है तथा समाज कल्याण पेंशनों की राशी में भी गुगनी वृद्वि की है। उन्होने मुख्यमंत्री को हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. परमार के समान बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में उत्तराखण्ड प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में विकास के नये आयाम स्थापित किये है। श्री नेगी ने कहा कि बच्चों के विकास से प्रदेश को माडॅल प्रदेश केे रूप में विकसित किया जा सकता है। उन्होने लोगों से बच्चों की परवरिस पर ध्यान देने का संकल्प दिलाया और कहा कि इससे अविभावकों को आत्म सतुष्टि प्राप्त होगी कि उनके बच्चें होनहार हो। उन्होने इसके लिए बच्चों में अच्च्े संस्कार डालने की अपील की।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष राज्य महिला सशक्तिकरण परिषद रजनी रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री दूसरों के हित के लिए सदैव समर्पित है। उन्होने प्रदेश में समाज के कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं में संक्रिय सहभगिता निभाते हुए पात्रों को लाभान्वित करने का आहवान किया तथा भविष्य में भी इस प्रकार के कल्याण शिविर लगाने की जानकारी दी।
बहुउद्देशीय शिविर में 115 वृद्वावस्था पेशन तथा 30 विकलांग पेशन एवं 42 विधवा पेशन के आवेदन प्राप्त हुए तथा 10 विकलागों को विकंलागता प्रमाण पत्र जारी किये गये।