लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में पूरे प्रदेश में पारदर्शी व्यवस्था के तहत कार्य किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग में भी लगातार निष्पक्ष एवं पारदर्शी व्यवस्था को लागू किया जा रहा है। इसी क्रम में लोक निर्माण विभाग के इतिहास में पहली बार एक नयी व्यवस्था को अपनाते हुए नवपदोन्न्त एवं नवनियुक्त सहायक अभियन्ताओं (सिविल) को निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के तहत उनके स्वयं द्वारा दी गई च्वाइस आधारित नवीन तैनाती दी जाएगी। इसके तहत सहायक अभियंताओं (सिविल) को उनकी वरिष्ठता के आधार पर, उपलब्ध विकल्पों में से उनके द्वारा चुने हुए विकल्प पर नवीन तैनाती दी जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पोस्टिंग की इस निष्पक्ष एवं पारदर्शी व्यवस्था को आगे भी बढ़ाया जाएगा।
लोक निर्माण मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने यह बातें आज यहाँ लोक निर्माण विभाग मुख्यालय स्थित विश्वेश्रैया सभागार में नवपदोन्न्त (148) एवं नवनियुक्त (33) सहायक अभियन्ताओं (सिविल) की नवीन तैनाती हेतु आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कार्यक्रम में अभियंताओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि आप सभी अपने तैनाती स्थल पर सरकार की मंशा के अनुरूप पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। आप सभी अपने अधीन कार्यों के संपादन में गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समय सीमा का विशेष ध्यान रखें। जो भी अभियंता अच्छा कार्य करेगा विभाग से उसे पूरा सहयोग मिलेगा तथा लापरवाही पाए जाने पर सम्बंधित की जवाबदेही भी तय की जाएगी।
इस निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के तहत नवपदोन्न्त एवं नवनियुक्त सहायक अभियन्ता (सिविल) की जिन खण्डों में तैनाती की जानी थी, उन सभी खण्डों की विस्तृत जानकारी डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित की गई एवं उसकी प्रतियां भी सहायक अभियन्ताओं को उपलब्ध करा दी गयी। वरिष्ठता के अनुसार नवपदोन्नत सहायक अभियन्ता एवं नवनियुक्त सहायक अभियन्ताओं को अल्टरनेट (सर्वप्रथम नवपदोन्नत सहायक अभियंता एवं तत्पश्चात नवनियुक्त सहायक) बुलाया गया, जिनके द्वारा गृह जनपद को छोड़ते हुए उपलब्ध रिक्तियों में से चुने हुए विकल्प लिये गया।
उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण विभाग में सहायक अभियंता (सिविल) के कुल स्वीकृत 1225 पदों के सापेक्ष वर्तमान में 825 (पूर्व से कार्यरत, नवपदोन्नत एवं नवनियुक्त सहित) सहायक अभियंता (सिविल) कार्यरत है। सहायक अभियंताओं की अत्यधिक कमी हो जाने के कारण महत्त्वपूर्ण जनपदों (वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, गोरखपुर, मथुरा) में स्वीकृत पदों के सापेक्ष पूर्ण तैनाती एवं अन्य जनपदों के प्रान्तीय खण्ड में न्यूनतम 03 एवं अन्य खण्डों (मुख्यालय को छोड़कर) में न्यूनतम 02 सहायक अभियंताओं की तैनाती हेतु रिक्तियों की गणना की गई है। मई 2023 तक सेवानिवृत्त होने वाले सहायक अभियन्ताओं से प्राप्त रिक्तियों को प्रस्तावित रिक्तियों में सम्मिलित किया गया है। इस प्रकार कुल 181 रिक्तियां निर्धारित की गयी हैं। इन 181 रिक्तियों के सापेक्ष 148 नवपदोन्नत सहायक अभियन्ता (सिविल) व 33 नवनियुक्त सहायक अभियन्ता (सिविल) की तैनाती हेतु च्वाइस बेस्ड प्रक्रिया को अपनाया गया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री अजय चौहान, विशेष सचिव श्री आशुतोष द्विवेदी, प्रमुख अभियंता विकास एवं विभागाध्यक्ष श्री अरविंद कुमार (जैन), प्रमुख अभियंता ग्रामीण सड़क श्री वी० के० श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता श्री जे०के० बाँगा, श्री अशोक अग्रवाल, श्री परवेज़ अहमद सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण तथा नवपदोन्न्त एवं नवनियुक्त सहायक अभियन्ता उपस्थित थे।