लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश की शांति-व्यवस्था एवं सामाजिक सौहार्द बनाये रखने हेतु अधिकारी सतत प्रयत्नशील रहें तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखते हुये उनके विरुद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक सद्भाव एवं सौहार्द हर हाल में बनाये रखने के लिये छोटी से छोटी घटना पर भी अधिकारी मौके पर जाकर तत्परता से कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आगामी त्योहारों एवं धार्मिक आयोजनों आदि के मौके पर पहले से समुचित पुलिस प्रबंध किये जायें। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न की घटनाओं को सख्ती से रोका जाये तथा ऐसे अपराध करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये।
मुख्य सचिव द्वारा योजना भवन में प्रमुख सचिव गृह श्री देवाशीष पण्डा, पुलिस महानिदेशक श्री ए0के0जैन तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, जोनल आई0जी, डी0आई0जी0 रेंज तथा जिला पुलिस प्रमुखों को आवश्यक निर्देश देते हुये प्रदेश की शांति व्यवस्था तथा अपराध स्थिति पर विस्तार से समीक्षा की गयी।
श्री रंजन ने कहा कि छोटे-छोटे जमीनी विवादों का निस्तारण स्थानीय स्तर पर ही पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीम द्वारा कराया जाये। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि उनके क्षेत्र में चैन स्नेचिंग, महिलाओं के साथ अत्याचार, गौकशी, अवैध शस्त्र, अवैध शराब आदि किसी भी अवैध व अपराधिक गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगायी जाये तथा घटनाओं में लिप्त तत्वों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाये।
मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले पंचायत चुनाव के दौरान शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिये अभी से ही प्रयास सुनिश्चित किये जायें। शांति समितियों की बैठकों का आयोजन प्रभावी ढंग से किया जाये तथा उनमें निष्पक्ष व सक्रिय व्यक्तियों को रखा जाये। उन्होंने कहा कि ग्राम चैकीदारों के रिक्त पदों की भर्ती किये जाने के सम्बन्ध में शासन द्वारा शीघ्र ही आवश्यक निर्देश जारी किये जायेंगे।
प्रमुख सचिव गृह श्री देवाशीष पण्डा ने कहा कि जघन्य अपराधों की घटनाओं में पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्यवाही की सतत समीक्षा करते हुये अभियुक्तों की तत्परता से गिरफ्तारी की जाये। उन्होंने इस सम्बन्ध में लम्बित विवेचनाओं के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाओं में लिप्त जिन व्यक्तियों के शस्त्र लाइसेंसों के निलम्बन अथवा निरस्तीकरण की कार्यवाही अपेक्षित हो, उनका निस्तारण शीघ्रता से किया जाये। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के लिये आवासीय एवं अनावासीय भवनों के निर्माण से सम्बन्धित लगभग 182 करोड़ धनराशि के 1614 कार्य विभिन्न जनपदों में कराये जा रहे हैं, उनको आगामी सितम्बर माह के अंत तक पूर्ण किया जाये। इस सम्बन्ध में यदि अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता पड़ती है, तो उसके प्रस्ताव भी समय से भेजना सुनिश्चित करें। व्यक्तिगत सुरक्षा दिये जाने के सम्बन्ध में मिलने वाले आवेदनों को शासनादेश के अनुसार समय से निस्तारित किया जाये।
पुलिस महानिदेशक श्री ए0के0जैन ने रेंज व जोनवार अपराधों की विस्तृत समीक्षा करते हुये पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अफवाहें फैलाने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाये तथा अभिसूचना इकाई का भी समुचित सहयोग लिया जाये। नाबालिक बच्चियों से बलात्कार की घटनाओं पर सख्त रुख अपनाते हुये उन्होंने ऐसी घटनाओं में कड़ी से कड़ी प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
20 comments