देहरादून/नई टिहरी: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने थत्यूड, नई टिहरी में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम गांव की अर्थव्यवस्था को बदलने का काम कर रहे हैं, थत्यूड़ क्षेत्र के विकास के लिए हर सम्भव कार्य किया जायेगा, उन्होने जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि अगलाड व सकलाना पट्टी में वर्ष 2013 मे आई आपदा से हुए नुकसान का पुनःआकलन करें व उसके लिए दीर्घकालीन योजना बनाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने थत्यूड़ में पाॅलिटेक्निक की स्थापना करने की घोषणा की। उन्होने राजकीय इन्टर कालेज थत्यूड़ का नाम गिरधारी लाल व राजकीय इन्टर कालेज भवान का नामकरण रणवीर सिंह चैहान के नाम पर करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होने थत्यूड़ क्षेत्र में विभिन्न सड़क मार्गो की स्वीकृति प्रदान की उन्होने कहा कि हम सभी को शिक्षा, खेती व शिल्प पर विशेष जोर देना होगा।
उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पैंशन योजनाओं में भारी वृद्धि की गई है। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जहां पर पेशे को ध्यान में रखकर पैंशन योजना दी जा रही है। उन्होने कहा कि गौरा देवी/कन्या धन जैसी योजनाओं को प्राथमिकता देते हुए 120 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कांग्रेस नेता जोत सिंह बिष्ट, शान्ति भट्ट, नगर पालिका अध्यक्ष मनमौहन मल्ल, जिलाधिकारी टिहरी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री रावत इसके पश्चात् परोड़ी ग्रामसभा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुये, जहां पर उन्होने अग्रवाल महासभा द्वारा आपदा प्रभावितो हेतु बनाये गये आवासो का लोर्कापण किया। उन्होने कहा कि आपदा में जिन लोगो ने साथ दिया वो धन्यवाद के पात्र है, प्रदेश को अभी भी मदद की आवश्यकता है तथा पुनर्निमाण व पुनःविकास के कार्य में मदद हेतु जो भी संस्था आगे आना चाहती है, उनका स्वागत है। उन्होने अग्रवाल महासभा द्वारा किये गये प्रयासो की सराहना करते हुए कहा कि अग्रवाल महासभा द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे प्रयास प्रशंसायोग्य है तथा उन्होने अग्रवाल महासभा को देहरादून व पर्वतीय क्षेत्रो में अस्पताल बनाने के लिये हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया। उन्होने परोड़ी गांव को जोड़ने वाले मार्ग के चैड़ीकरण हेतु जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिये।