देहरादून: तिब्बतन होम्स विद्यालय में तीन दिवसीय धर्मगुरू दलाई लामा के 80 वे जन्म दिवस के मौके पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन के अवसर पर खेल, वन मंत्री दिनेष अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि तिब्बती समुदाय को कभी भारत ने षरणार्थी नहीं माना व न हीं उन्हें इस बात का अहसास होने दिया। वे हमारे परिवार के सदस्य जैसे हैं व रहेंगे।तिब्बतन होम्स के सभागार में आयोजित समारोह में मा.दिनेष अग्रवाल ने कहा कि मसूरी में मेरा बचपन बीता है, जब 1959 में धर्म गुरू दलाई लामा निर्वासति होकर मसूरी आये थे तो यहंा बिड़ला हाउस में रहे थे तब से उनको देखा है। वहीं तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने मसूरी में आकर उनसे मुलाकात की व उन्हें अपना कर भाईचारा निभाया। वहीं तिब्बती समुदाय ने भी भारत से मिल रही सुविधाओं का पूरा लाभ लेकर अपनी योग्यता, संघर्श, मेहनत के बल पर मुकाम हासिल किया व स्थापित किया। उन्होंने कहा कि तिब्बती छात्रों ने पढ़ाई के क्षेत्र में अहम स्थान हासिल किया और आगे बढ़ रहे हैं। वहीं तिब्बतियों ने भारत के सम्मान को बरकरार रखा है व भारत के विकास में अहम योगदान देते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैसे भी तिब्बत एवं भारत सांस्कृतिक, सामाजिक, धार्मिक एवं व्यापारिक रूप से आदि काल से जुड़े हैं। तथा जिस हैप्पी वैली में रहते है वहां तिब्बती समुदाय के आने से हमेषा खुषी रहती है।
इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिता में विभिन्न 10 विद्यालयों के प्रतियोगियों ने भाग लिया जिन्हें पुरस्कार वितरित किए गये। जिसमें इंटर स्कूल सांस्कृतिक प्रतियोगिता में संभोटा तिब्बतन स्कूल पौंटा साहिब ने पहला स्थान पाया जबकि दूसरे स्थान पर तिब्बतन चिल्डर्न विपेज सेलाकुई ने दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं इंटर स्कूल बास्केट बाॅल प्रतियोगिता में तिब्बतन होम्स मसूरी ने पहला व टीएनएमएफ स्कूल क्लेमंटाउन ने दूसरा स्थान हासिल किया। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, एसडीएम स्वाति भदौरिया, सभासद विरेंद्र पंवार, कुलदीप रावत, सुनील गोयल, सिक्यांग, षिक्षा सचिव धर्मषाला, नवांग रबग्याल असिस्टेंट सचिव तिब्बतन होम्स, प्रधानाचार्या सीएसटी अनीता नरूला, सहित तिब्बती होम्स के अधिकारी, षिक्षक षिक्षिकाएं आदि मौजूद थे।
इसके पश्चात मा. मंत्री दिनेश अग्रवाल होटल हील क्वीन में पत्रकारों से प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के मुख्या मा. हरीश रावत प्रदेश के विकास के लिए कडी मेहनत कर रहे है जो हर दिन लभगभ 18 से 19 घण्टे कार्य कर प्रदेश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है तथा समाज के हर वर्ग के लिए कुछ-न कुछ विकास योजनायें स्वीकृत की है। मा. मुख्यमंत्री द्वारा हर वर्ग के समुदय के लिए पेंशन योजना शुरू की है तथा 60 वर्ष से अधिक के आयु की महिलाओं के लिए टेकहोम राशन योजना एवं बेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ जैसी महत्वकाक्षी योजना शुरू कि है। उन्होने कहा कि सरकार अपना कार्य निष्ठा से निभा रही है किन्तु केन्द्र सरकार द्वारा विकास योजनाओं के लिए जो धनराशि उपलब्ध करायी जानी थी वह धनराशि उपलब्ध नही कराई जा रही है, जिससे विकास कार्यो की गति धीमी पड गई है। उन्होने कहा कि हम विकास की गति को धीमी नही होने देगें तथा इसके लिए हर सम्भव प्रयास किये जायेगेें। उन्होने कहा कि हम प्रदेश को यूको टूरिज्यम से जोड रहे जिसके लिए 32 सेन्टर खोल दिये गये है तथा दो बडे सेन्टर जल्द ही बनाये जा रहे है। उन्होने कहा कि मसूरी में खेल गतिविधियों को बढावा देने के लिए प्रयास किये जा रहे है।