देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में सहकारिता क्षेत्र में फंडामेंटल बदलाव की आवश्यकता है। राज्य में सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए एक मिशन के रूप में काम करना होगा। सहकारी बैंक व्यावसायिक गतिविधियों में आगे आये। राज्य के विकास में भागीदार बने। ग्रामीण अर्थ व्यवसथा के सहयोगी बने। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सोमवार को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर तिलक रोड़ में राज्य सहकारी बैंक की शाखा का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने बैंक में अपना खाता भी खुलवाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सहकारी बंैकिंग क्षेत्र को आत्मविश्वास के साथ आगे आना होगा। सहकारी बंैक कमर्शियल बैकिंग, इंटरप्रीनियोर एटिटयूट अपनाना होगा। साथ ही अन्य व्यावसायिक बैंकों से अलग हटकर काम करना होगा। सहकारी बैंक स्वयं सहायता समूह, दुग्ध समितियों, महिला स्वयं सहायता समूह, कृषि ऋण, युवाओं को स्वरोजगार हेतु ऋण आदि क्षेत्र में आगे आये। राज्य सरकार सहकारी बैंको को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य सरकार वित्तीय गारंटी देने को भी तैयार है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आर.बी.आई. ने राज्य के 13 सहकारी बैंको को अपनी स्वीकृति दी है, जिससे राज्य के अन्य जिला सहकारी बैंको को मदद मिलेगी।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा विगत वर्षा में काफी काम किया गया है। राज्य के सहकारी बैंकों को सी.बी.एस. से जोड़ा गया है। भविष्य में नेट बैंकिंग की ओर भी कदम बढ़ाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंको का मुख्य फोकस ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है।