लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है। मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में प्रदेश सरकार के कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की कार्ययोजना कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में सर्विलांस का नया प्रयोग कर प्रत्येक परिवार तक पहंुच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड संक्रमण की जानकारी ली जा रही है। सर्विलांस अभियान के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से लगभग 18 करोड़ लोगों तक सरकारी मशीनरी ने पहुंचकर हालचाल जाना गया है। मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर कोविड 19 के संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु अस्पतालों में समुचित इलाज व्यवस्था के साथ-साथ एग्रेसिव टेस्टिंग, काॅन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस का कार्य करने से प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण नियंत्रित करने में सफलता मिली है। सभी नागरिकों से अपील की है कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन अवश्य करें।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की टेस्टिंग 70 से बढ़ाकर 01 लाख 80 हजार तक की गयी है। इसके अतिरिक्त अस्पतालों में बेडों की संख्या 10 हजार से बढ़ाकर 01 लाख से अधिक की गयी है। उन्होनंे बताया कि सरकार के द्वारा कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की कार्ययोजना की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा देश के अन्य संगठनों के द्वारा की गयी है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक कोविड टीकाकरण करने वाला प्रदेश है। स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज लगाने के बाद आज 15 फरवरी, 2021 को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने तथा छूटे हुए स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने का कार्य किया जा रहा है।
श्री सहगल ने बताया कि संक्रमण कम होने से औद्योगिक गतिविधियां तेजी से सामान्य हो रही हैं। प्रदेश में पुरानी इकाइयों को कार्यशील पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.38 लाख इकाइयों को 11,945 करोड़ रूपये के ऋण बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्वीेकृत करते हुए वितरित किये गये हैं। बैंकों से समन्वय करके प्रदेश में अभी तक 8.56 लाख नई एमएसएमई इकाइयों को लगभग 29,800 करोड़ रूपये बैंकों द्वारा ऋण वितरित किये गये हैं। इस प्रकार एमएसएमई इकाइयों को लगभग 41,000 करोड़ रूपये बैंकों द्वारा ऋण वितरित किये गये हैं। इन एमएसएमई इकाइयों के माध्यम से लगभग 27 लाख से अधिक लोगांे को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए प्रदेश में मिशन रोजगार चलाया जा रहा है। प्रदेश सरकार युवाओं को सरकारी नौकरी, रोजगार, स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने की मुहिम चला रही है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। जिसके क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक 655.71 लाख कु0 धान किसानों से खरीदा गया है, जो पिछले वर्ष से लगभग डेढ़ गुना अधिक है। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की अधिकारियो/ कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान क्रय केन्द्रांे पर जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर सत्यापन अनुश्रवण तथा आकस्मिक निरीक्षण करे। उन्होंने बताया कि गेहूॅ खरीद की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैंै। गेहूँ की खरीद किए जाने हेतु प्रदेश में 6000 क्रय केन्द्र खोले जाने की तैयारी की जा रही है।
श्री सहगल ने बताया कि आज मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग की अभ्युदय योजना का शुभारम्भ किया गया। इस योजना के माध्यम से सिविल सेवा, नीट, जेईई, एसएससी, एनडीए व सीडीएस, बैकिंग व टीईटी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग दी जायेगी। उन्होंने बताया कि 25,000 चयनित अभ्यार्थियों को निशुल्क प्रशिक्षण के लिए मण्डल, मुख्यालयों में प्रशिक्षण केन्द्रों की व्यवस्था की गयी है। आॅफलाइन व आॅनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से विभिन्न परीक्षाओं के पाठ्यक्रम व परीक्षा पैटर्न की जानकारी दी जायेगी। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों से लेकर भारतीय वन सेवा, पीसीएस, पीपीएस व अन्य संवर्ग के अधिकारियों/सेवानिवृत्त अधिकारीयों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन भी दिया जायेगा।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,11,466 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,96,72,959 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 58 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 2,974 कोरोना के एक्टिव मामलों में से 710 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में कोविड-19 का रिकवरी 98.06 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 122 तथा अब तक 5,90,570 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,85,198 क्षेत्रों में 5,11,292 टीम दिवस के माध्यम से 3,14,58,244 घरों के 15,27,69,255 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।
श्री प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेंला प्रत्येक रविवार को आयोजित किया जा रहा है। जिसके क्रम में कल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला आयोजित किया गया, जिसमें 2,67,032 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया। जिसमें से 99,837 पुरूष, 1,26,268 महिला तथा 40,927 बच्चे शामिल हुए। चिकित्सीय परामर्श के दौरान 3,719 लोगों को उच्चतर चिकित्सा केन्द्र के लिए संदर्भित किया गया। आरोग्य मेला में 21,264 आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड भी बनाए गये। इसी मेले में 41,988 कोविड-19 के एन्टीजन टेस्ट भी किये गये।
श्री प्रसाद ने बताया कि 16 जनवरी, 2021 को स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज लगाया जा चुका है तथा आज 15 फरवरी, 2021 को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने तथा छूटे हुए स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अपराह्न 02 बजे तक 32 हजार से अधिक चिन्हित कर्मियों को लगायी जा चुकी है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन अवश्य करें।