नई दिल्ली: केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री श्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा है कि कोविड महामारी के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए, उनका मंत्रालय दवाओं, उर्वरकों और कीटाणुनाशक रसायनों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।
श्री गौड़ा ने एक ट्वीट में कहा, कि उन्होंने अपने मंत्रालय केतीनों विभागों,उर्वरक, फार्मा और रसायन तथा पेट्रोकेमिकल्स के सचिवों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किसानों के लिए उर्वरकों,आम जनता के लिए दवाइयों और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किटाणुनाशकों की उपलब्धता बेहतर करने के बारे में चर्चा की ताकि इसके लिए प्रभावी रणनीति बनाई जा सके।
बैठक में श्री गौड़ा ने अधिकारियों को आपस में तथा अन्य संबंधित मंत्रालयों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखने का आदेशदिया ताकि रसायनों,उर्वरकों और दवाओं जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बिना किसी बाधा के जारी रखी जा सके।
रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख मांडविया ने भी पिछले दिनो एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रसायन और उर्वरक विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड-19 महामारी के प्रकोप के मद्देनजर रसायन और पेट्रोरसायन उद्योग से संबंधित मुद्दों पर गहन विचार विमर्श किया।
श्री मांडविया ने एक ट्वीट में कहा , “भारत समूचे विश्व को एक परिवार मानता है यह विचार बंधुत्व की भावना को बढ़ावा देता है।”
मंत्रालय ने कहा है कि खाद कंपनियां आगामी खरीफ सीजन के लिए कृषक समुदाय को पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की आपूर्ति करने के लिए पहले से ही पूरी क्षमता के साथ काम कर रही हैं। फार्मा क्षेत्र भी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन सहित पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाओं का उत्पादन करने के लिए अपने सभी प्रयास कर रहा है। भारत हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने वाले देशों में से एक है। घरेलू मांग को पूरा करने के अलावा यह विदेशों में भी इस दवा का निर्यात कर रहा है। कीटाणुनाशक के रूप में उपयोग किए जाने वाले आवश्यक रसायनों का उत्पादन और आपूर्ति भी संतोषजनक तरीक से हो रही है।