लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कुपोषण की रोकथाम हेतु आई0सी0डी0एस0 विभाग के अंतर्गत चिन्हित गर्भवती महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार हेतु हौसला फीडिंग कार्यक्रम संचालित करने का फैसला आज यहां कैबिनेट बाई सर्कुलेशन के माध्यम से लिया गया। यह जानकारी आज यहां राज्य सरकार के प्रवक्ता ने दी।
प्रवक्ता ने कहा कि इसके तहत प्रदेश में गर्भवती महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार हेतु प्रतिदिन मध्यान्ह में गर्म पका-पकाया भोजन और आयरन की गोलियां खिलायी जाएंगी, साथ में दूध व फल भी खिलाया जाएगा। कार्यक्रम के माध्यम से गर्भवती महिलाओं में कैलोरी एवं प्रोटीन के गैप की भरपाई, एनीमिया की रोक, नियमित परामर्श सत्रों के माध्यम से संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना तथा नवजात शिशु को स्तनपान कराना एवं गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार कर नवजात शिशु को कुपोषण से मुक्त रखा जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत भोजन पकवाने का उत्तरदायित्व ग्राम प्रधान का होगा और आच्छादित लाभार्थियों को भोजन कराने का उत्तरदायित्व सम्बन्धित ग्राम प्रधान तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री का होगा। भोजन में आयोडाइज्ड नमक का ही प्रयोग अनिवार्यतः किया जाएगा। भोजन पकाने हेतु मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत उपलब्ध प्राथमिक विद्यालय के रसोईघर एवं अन्य अवस्थपना सुविधाओं का आवश्यकतानुसार/नियमानुसार प्रयोग किया जाएगा।
हौसला फीडिंग कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार वाॅल-राइटिंग एवं होर्डिंग के माध्यम से किया जाएगा। हौसला फीडिंग कार्यक्रम के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन हेतु प्रभावी व्यवस्था की गयी है। अनुश्रवण सम्बन्धी सूचना ूूूण्ेनचवेींदनचण्पद वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।