लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने वर्ष 2016-17 को ‘साजिश का वर्ष’ यों ही नही कहा था, वह सच बनकर उजागर हो रहा है। अभी राज्य विधानसभा के चुनावों में लगभग एक वर्ष शेष है किन्तु धोखे की राजनीति करने वालों की सक्रियता प्रदेश में बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश देश का बड़ा प्रदेश है और यहाँ पिछली कांग्रेस, भाजपा और बसपा सरकारों ने विकास पर कम समस्यांए बढ़ाने का ज्यादा काम किया है। जनहित के बजाय राजनीतिक स्वार्थ की रोटियाँ सेंकने वालों को अब समाजवादी सरकार का विकास एजंेडा पसन्द नही आ रहा है।
उत्तर प्रदेश से भाजपा के 73 सांसदों के होते हुए भी केन्द्र सरकार का राज्य के प्रति सौतेला व्यवहार चल रहा है। समाजवादी सरकार ने प्रदेश में बिजली गाँवों तक पहुँचाई है। बिजली की कमी दूर करने के लिए सौर उर्जा और वैकल्पिक उर्जा का भी बन्दोबस्त किया जा रहा है। प्रदेश में बड़े पैमाने पर नौजवानों को रोजगार दिया जा रहा है। उद्योग लगाने और पूँजी निवेश के लिए बाहर से उद्योगपति आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के किसान को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री जी ने अपने राज्य के संसाधनों से भरपूर राहत देने का काम किया है। बुन्देलखण्ड में बार-बार स्वयं जाकर मुख्यमंत्री जी ने पीडि़त गरीबो एवं किसानों को खाद्य सामग्री के पैकेट बाँटे। उन्होंने केन्द्र सरकार से इस सम्बन्ध में जो राहत पैेकेज माँगा उसे देने में केन्द्र सरकार हीलाहवाली करती रही है। बसपा और भाजपा को गरीबों, मजदूरों और किसानों से कोई वास्ता नही रहा है। उनका पूंजी से प्रेम जगजाहिर है।
बसपा अध्यक्ष और भाजपा नेतृत्व को समाजवादी सरकार और इसके लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से चिढ़ है। बसपा और भाजपा की नीतियाँ श्रमिक विरोधी है। दोनो ही गरीबों, किसानों और श्रमिको के हित की समाजवादी सरकार की योजनाओं का उपहास उड़ाते है। यह उनकी घटिया मानसिकता का प्रदर्षन है। आलोचना के बजाय बसपा प्रमुख को यह बताना चाहिए था कि उन्होंने श्रमिकों के लिए क्या किया? वे कभी मजदूरों के बीच या उनकी बस्ती में नही गई।
सड़के बन रही है। गाँवो को जनपद मुख्यालयों से जोड़ा जा रहा है। प्रदेश में सड़को की स्थिति की मुख्यमंत्री जी स्वंय लगातार माॅनिटर कर रहे हैं। जनपदों को चार लेन से जोड़ने के साथ ही आगरा से लखनऊ एक्सप्रेस-वे बन रही है। जिससे किसानों की तरक्की का रास्ता खुल जायेगा। मेट्रो रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। जो जनता को बरगलाने के लिए भ्रामक प्रचार कर रहे हैं उनके बारे में जनता ही निर्णय करेगी। वह जागरुक है सब जानती है।
विडंबना है कि विकास की बाते वे लोग करने का दुस्साहस कर रहे हैं जिन्होंने कभी प्रदेश की उन्नति में कोई सहयोग नही किया। पिछली यूपीए और वर्तमान भाजपा की केन्द्र सरकारों ने हमेशा उत्तर प्रदेश के हितों की अनदेखी की और इसे पिछड़ेपन से बाहर निकालने की कोई योजना नही बनाई। बसपा राज में तो पाँच साल तक सिर्फ लूट मची रही। बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य की घोर उपेक्षा की गई है। आज जब समाजवादी सरकार श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में राज्य को आदर्श प्रदेश बनाने की दिशा में कृत संकल्प है तब समाजवादी सरकार के खिलाफ सुनियोजित दुष्प्रचार शुरु हो गया है।