एक वर्चुअल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री श्री एस्कॉर्ट मॉरीसन की उपस्थिति में, भारत सरकार की ओर से केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल और ऑस्ट्रेलिया सरकार के व्यापार पर्यटन एवं निवेश मंत्री श्री डैन तेहान ने आज भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (इंड-ऑस ईसीटीए) पर हस्ताक्षर किए।
हस्ताक्षर संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इतने कम समय में इंडऑस ईसीटीए पर हस्ताक्षर करना दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास की गहराई को दर्शाता है। श्री मोदी ने एक-दूसरे की जरूरतों को पूरा करने के लिए दोनों अर्थव्यवस्थाओं में मौजूद अपार संभावना के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि यह समझौता दोनों देशों को इन अवसरों का पूरी तरह से लाभ उठाने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “इस समझौते के आधार पर, हम एक साथ आपूर्ति श्रृंखलाओं को और भी अधिक सशक्त बनाने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के स्थायित्व में भी योगदान देने में सक्षम होंगे।”
‘जन जन’ के बीच संबंधों को भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों का प्रमुख स्तंभ बताते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, “इस समझौते से हमारे दोनों देशों के बीच छात्रों, पेशेवरों और पर्यटकों के आदान-प्रदान की सुविधा होगी, जो इन संबंधों को और मजबूत करेगा।”
हस्ताक्षर समारोह के बाद श्री डैन तेहान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान अपने उद्घाटन भाषण में, श्री गोयल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया-भारत ईसीटीए वास्तव में हमारी एकता (एकता) और सहयोग की भावना का प्रतीक है। श्री गोयल ने कहा कि आज भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि एक दशक के बाद एक विकसित देश के साथ यह पहला समझौता है। श्री गोयल ने कहा कि हमारे संबंध विश्वास और विश्वसनीयता के स्तंभों पर टिके हुए हैं, जो क्वाड एंड आपूर्ति श्रृंखला को सशक्त करने की पहल के माध्यम से हमारे गहन भू-रणनीतिक जुड़ाव में समुचित तौर पर परिलक्षित होता है।
श्री गोयल ने कहा कि क्रिकेट, खानपान और फिल्मों के लिए हमारे साझा प्रेम के अलावा लोकतंत्र, कानून के शासन और पारदर्शिता के साझा मूल्यों से जुड़े भारत और ऑस्ट्रेलिया स्वाभाविक साझेदार हैं। उन्होंने कहा कि इंड-ऑस ईसीटीए से द्विपक्षीय व्यापार पांच साल में लगभग दोगुना होकर 50 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कपड़ा और परिधान, चमड़ा, आतिथ्य, रत्न और आभूषण, इंजीनियरिंग, माल और फार्मा, आईटी, स्टार्टअप आदि जैसे क्षेत्रों में भारतीय निर्यात की काफी संभावनाएं हैं। ऑस्ट्रेलिया ने शिक्षा, आईटी, व्यवसाय, व्यावसायिक सेवाओं, स्वास्थ्य और ऑडियो-विजुअल जैसी सेवाओं में भारत की रुचि के प्रमुख क्षेत्रों के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इसके साथ ही, ऑस्ट्रेलिया छात्रों के लिए पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा, शेफ एवं योग प्रशिक्षकों के लिए कोटा और युवा पेशेवरों के लिए वर्क एवं हॉलीडे वीजा भी प्रदान करेगा।
श्री गोयल ने कहा कि इस समझौते में धोखे की रोकथाम के लिए पर्याप्त सुरक्षा, माल के आयात में अचानक उछाल की स्थिति में सुरक्षा के लिए फ्यूज जैसे उपायों से जुड़े प्रावधान के साथ-साथ, पहली बार 15 साल बाद अनिवार्य समीक्षा के लिए एक प्रणाली शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि इंड-ऑस ईसीटीए न केवल व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों के एक नए युग की शुरुआत करेगा, बल्कि हमारे देशों के बीच संबंधों को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएगा। श्री गोयल ने कहा कि वह आने वाले दिनों में ईसीटीए को लोगों तक ले जाने के क्रम में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेंगे।
श्री गोयल के वक्तव्य का पूरा पाठ निम्नलिखित है:
“मेरे दोस्त ऑस्ट्रेलिया के व्यापार, पर्यटन और निवेश मंत्री डैन तेहान, देवियो और सज्जनो, नमस्कार!
गुड़ी पड़वा के इस पावन अवसर पर सभी को मेरी ओर से शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि आने वाला साल आपके सभी सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करेगा।
यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आज, ऑस्ट्रेलिया के माननीय प्रधानमंत्री श्री स्कॉट मॉरिसन और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में, भारत और ऑस्ट्रेलिया ने आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ईसीटीए) पर हस्ताक्षर किए। ईसीटीए वास्तव में हमारी एकता और सहयोग की भावना का प्रतीक है। भारत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है, क्योंकि यह एक दशक के बाद एक विकसित देश के साथ पहला समझौता है। हम अपने नेताओं के आभारी हैं जिन्होंने एक-दूसरे की संवेदनशीलता को समझते हुए, वास्तव में सहकारी भावना से समझौते को पूरा करने के लिए हमें मार्गदर्शन देकर प्रेरित किया।
मेरे मित्र मंत्री तेहान का तहे दिल से समर्थन के लिए विशेष धन्यवाद। दोनों टीमों के उत्कृष्ट कार्य और चौबीसों घंटे प्रयास के लिए मैं उनकी सराहना करता हूं।
क्रिकेट, खानपान और फिल्मों के लिए हमारे साझा प्रेम के अलावा लोकतंत्र, कानून के शासन और पारदर्शिता के साझा मूल्यों से जुड़े भारत और ऑस्ट्रेलिया स्वाभाविक साझेदार हैं। सच्चे भाइयों की तरह, दोनों देशों ने कोविड-19 के दौरान एक-दूसरे का साथ दिया। हमारा संबंध विश्वास और विश्वसनीयता की बुनियाद पर टिका है, जो क्वाड एंड सप्लाई चेन रेजिलिएशन इनिशिएटिव के माध्यम से हमारे गहन भू-रणनीतिक जुड़ाव में समुचित तौर पर परिलक्षित होता है।
इंड-ऑस ईसीटीए व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों को पूरी तरह कवर करता है, व्यापार बाधाओं को दूर करता है और वस्तुओं और सेवाओं दोनों क्षेत्रों में पर्याप्त अवसरों के द्वार खोलता है। उम्मीद है कि ईसीटीए के साथ, 27.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर (2021) के व्यापार और सेवाओं के लिए वर्तमान द्विपक्षीय व्यापार अगले 5 वर्षों में लगभग 45 बिलियन डॉलर से 50 बिलियन डॉलर के स्तर तक पहुंच सकता है।
कपड़ा और परिधान, चमड़ा, आतिथ्य, रत्न और आभूषण, इंजीनियरिंग, वस्तु एंड औषधि, आईटी, स्टार्टअप आदि जैसे क्षेत्रों में भारतीय निर्यात के लिए काफी संभावनाएं हैं। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होने, जीवन स्तर बढ़ाने और दोनों देशों के लोगों के समग्र कल्याण में वृद्धि होने की उम्मीद है। अगले 5 वर्षों में 10 लाख अतिरिक्त रोजगार सृजन होने की उम्मीद है।
सेवा के क्षेत्र में, ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 135 उप-क्षेत्रों की पेशकश की है, जबकि भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 103 उप-क्षेत्रों की पेशकश की है। ईसीटीए के तहत भारत के हित से जुड़े प्रमुख क्षेत्रों जैसे शिक्षा, आईटी, व्यवसाय, व्यावसायिक सेवाएं, स्वास्थ्य, ऑडियो-विजुअल के लिए ऑस्ट्रेलिया द्वारा प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। ऑस्ट्रेलिया छात्रों के लिए पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा, शेफ और योग प्रशिक्षकों के लिए कोटा और युवा पेशेवरों के लिए वर्क एंड हॉलिडे वीजा भी प्रदान करेगा।
किसी भी गैर-पार्टी से माल की हेराफेरी या डायवर्जन को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय, माल के आयात में अचानक उछाल से बचाव के लिए द्विपक्षीय सुरक्षा उपायों का प्रावधान प्रदान किए गए हैं और पहली बार, समयबद्ध तरीके से 15 वर्षों के बाद अनिवार्य समीक्षा का प्रावधान करते हुए एक विशेष समीक्षा प्रणाली पेश की गई है।
अंत में, मैं कहूंगा कि हमारा काम यहीं समाप्त नहीं होता है, हमें इस समझौते की पूरी संभावनाओं को साकार करने के लिए सभी हितधारकों के योगदान की आवश्यकता है। ईसीटीए को लोगों तक ले जाने के लिए मैं खुद आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करूंगा। अग्रणी कारोबारियों, भारतीय छात्रों, समुदाय आदि के साथ बातचीत की योजना बनाई गई है। मुझे विश्वास है कि इंड-ऑस ईसीटीए न केवल व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों के एक नए युग की शुरुआत करेगा, बल्कि हमारे देशों के बीच संबंधों को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएगा।