लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि वर्तमान प्रदेश सरकार लोगांे को बेहतर परिवहन सुविधा देने के लिए कृतसंकल्पित है। यात्राएं आदिकाल से विकास का प्रमुख कारक रही हैं। सांस्कृतिक जड़ें हमारे देश की आत्मा हैं। इसके दृष्टिगत देश, प्रदेश और समाज की प्रगति और विकास के लिए बेहतर परिवहन सेवाएं बहुत आवश्यक हैं। बेहतर परिवहन साधनों की वजह से आवागमन सरल और सहज होता है। परिवहन के साधनों से आर्थिक गतिविधियां तो सुगम होती ही हैं, साथ ही, सांस्कृतिक एकीकरण को भी बढ़ावा मिलता है।
मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश एवं जम्मू और कश्मीर तथा उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश राज्यों के मध्य अन्तर्राज्यीय बस सेवाओं को सुगम एवं सुदृढ़ बनाने के लिए, पारस्परिक परिवहन समझौता हस्ताक्षर कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किये। इस अवसर पर जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल श्री सत्यपाल मलिक तथा हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह ठाकुर मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने प्रयागराज कुम्भ मेला-2019 में श्रद्धालुओं को समुचित परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रयागराज से कटरा की सीधी बस सेवा को झण्डी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह एक अवसर है जब अन्तर्राज्यीय परिवहन समझौते के माध्यम से परिवहन सेवाओं को सहज व सरल बनाकर प्रधानमंत्री जी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है। इसलिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाना आज की आवश्यकता है। वर्तमान सरकार के इन राज्यों से हुए यह करार इस बात को सिद्ध भी करते हैं। जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश के उत्तर प्रदेश से निकट का जुड़ाव है। इन राज्यों के मध्य धार्मिक एवं सामाजिक सम्बन्धों में काफी प्रगाढ़ता रही है। इस समझौते से उत्तर प्रदेश के नागरिकों को अन्य राज्यों में उपलब्ध शिक्षा, व्यवसाय, रोजगार एवं पर्यटन के अवसरों का उपभोग करने का अवसर प्राप्त होगा। जम्मू एवं कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश राज्यों के साथ उत्तर प्रदेश के अन्तर्राज्यीय परिवहन समझौते से, इन प्रदेशों की जनता की शैक्षिक, व्यावसायिक एवं व्यापारिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। साथ ही, पारस्परिक सम्बन्ध और भी प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा पूर्व में भी राजस्थान, हरियाणा एवं उत्तराखण्ड राज्यों के साथ अन्तर्राज्यीय परिवहन समझौता सम्पन्न किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विभिन्न धार्मिक स्थलों तथा पर्यटन केन्द्रों के लिए जाना जाता है। यहां अयोध्या, काशी, मथुरा, वृन्दावन, प्रयागराज जैसे धार्मिक स्थल एवं ऐतिहासिक धरोहरों एवं प्राकृतिक समृद्धि से सम्पन्न अनेक पर्यटन स्थल हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश राज्यों का पर्यटन एवं धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। जम्मू-कश्मीर राज्य में माँ वैष्णों देवी, अमरनाथ धाम जैसे धार्मिक स्थल हैं। यह प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुषमा के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसी प्रकार, हिमाचल प्रदेश राज्य में माँ कांगड़ा देवी, माँ चिन्तपूर्णी, माँ ज्वाला देवी आदि धार्मिक स्थान हैं। साथ ही, शिमला, कुल्लू-मनाली, धर्मशाला, मण्डी जैसे पर्यटकों के लिए आकर्षक स्थल भी मौजूद हैं। इन सभी राज्यों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों का आवागमन भी होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के परिवहन मंत्री तथा उनकी टीम ने परिवहन विभाग को एक लाभकारी उपक्रम बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य किया।
इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल श्री सत्यपाल मलिक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह समझौता उत्तर प्रदेश सरकार के सकारात्मक रुख के कारण सम्भव हो सका। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में अमन और चैन का माहौल है, जिसका परिणाम है कि इस वर्ष 86 लाख श्रद्धालुओं ने माँ वैष्णो देवी के दर्शन किए। जम्मू-कश्मीर का उत्तर प्रदेश से धार्मिक, आर्थिक, सामाजिक व भावनात्मक नाता है।
अपने सम्बोधन में हिमाचल के परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि इस समझौते से दोनों प्रदेशों के सम्बन्ध और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने बताया कि हिमाचल सरकार द्वारा भी हिमाचल प्रदेश से प्रयागराज कुम्भ-2019 के लिए 50 बस सेवाएं शुरू की गई हैं।
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार परिवहन सुविधाओं की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रही है। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करने के लिए संकल्पित है।
इससे पूर्व, जम्मू-कश्मीर के प्रमुख सचिव परिवहन श्री असगर हसन सैमुन और उत्तर प्रदेश की प्रमुख सचिव परिवहन सुश्री आराधना शुक्ला ने मुख्यमंत्री जी के समक्ष अभिलेखों का आदान-प्रदान किया। इसके साथ ही, हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह ठाकुर तथा उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री परिवहन (स्वतंत्र प्रभार) के बीच भी अभिलेखों का आदान-प्रदान किया गया।
इस मौके पर प्रदेश सरकार के मंत्री श्री आशुतोष टंडन, श्री बृजेश पाठक, श्री मोहसिन रजा तथा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अध्यक्ष श्री संजीव सरन, पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह सहित शासन-प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
ज्ञातव्य है कि इस समझौते से जम्मू-कश्मीर परिवहन निगम की बसें उत्तर प्रदेश में 03 मार्गों पर 06 फेरे कर 1846 किमी0 तथा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें जम्मू-कश्मीर राज्य के 03 मार्गों पर 06 फेरे कर 816 किमी0 का संचालन कर सकेंगी। इससे मथुरा, सहारनपुर, मुजफ्फर नगर सीधे कटरा से जुड़ जाएंगे तथा जम्मू से लखनऊ, दिल्ली, कानपुर, अलीगढ़, आगरा आदि स्थान की सीधी सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।
इसी प्रकार हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें उत्तर प्रदेश में 27 मार्गों पर 70 फेरे 3238 किमी0 तथा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें हिमाचल प्रदेश में 19 मार्गों पर 48 फेरे कर 3594 किमी0 का संचालन कर सकेंगी। इससे पीलीभीत, सहारनपुर, नोएडा, मेरठ, मथुरा एव अलीगढ़ आदि स्थानों से शिमला, धर्मशाला, कांगड़ा की सीधी सेवाओं का प्राविधान है। हिमाचल प्रदेश द्वारा भी पठानकोट, मण्डी, मनाली, शिमला, हमीरपुर, चामुण्डा, बैजनाथ आदि स्थानों से सहारनपुर एवं अन्य गन्तव्यों तक सेवाओं का प्राविधान किया गया है।