ज्योतिष के अनुसार मंगल और यूरेनस ग्रह साथ में आ गए हैं। ये बदलाव 16 मई से शुरु हो चुका है और 18 दिसंबर 2018 तक रहेगा। यूरेनस को बदलाव और क्रांति का कारक माना जाता है जबकि मंगल को एक्शन और फुर्ती का कारक कहा जाता है और जब ये दोनों ग्रह साथ आ जाते हैं तो कई बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं। इस वक्त में व्यक्ति को अपने अंदर छिपी सभी शक्तियों की पहचान करना होता है। इस दौरान मनुष्य को जो ऊर्जा प्राप्त होती है उसका उपयोग वो आगे बढ़ने और ऊंचाईयों को छूने में करता है। इस दौरान व्यक्ति को नए अनुभव होते हैं। जो कि काफी रोमांचक होते हैं।
ये तिथियां रहेंगी खास
मंगल और यूरेनस के साथ आने के बाद दो तिथियां बेहद खास रहेंगी। 1 अगस्त और 16 सितंबर, ये दो तारीखों पर कई रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। कई लोगों की किस्मत का दरवाज इन दोनों दिन खुल सकता है। साथ ही नौकरी पेशा लोगों के लिए ये दो दिन प्रगति के नए रास्ते खोल देंगे।
अब जानते हैं कि दोनों ग्रहों के साथ आने से किन लोगों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा..
जो लोग अभी तक कंफर्ट जोन में हैं
आपमें से कई लोग ऐसे होंगे जो या तो घर,दफ्तर या फिर कहीं भी अपने कंफर्ट जोन में रह रहे होंगे उनके लिए मंगल और यूरेनस के साथ आने के बाद कई चीजें बदल जाएंगी। दोनों ग्रहों के साथ आने से उत्पन्न ऊर्जा आपको प्रेरित करेगी कि आप अपना कंफर्ट जोन छोड़ें और उससे ऊपर उठें। इस ग्रहीय बदलाव के बाद आप भी एक नई दिशा की ओर बढ़ेंगे जो आपको प्रगति पर लेकर जाएगा। ऐसे लोगों के लिए ये एक सुनहरा मौका है जीवन में उन ऊंचाइयों को छूने का जिनके ये मात्र सपने ही देखा करते थे। इस दौरान आपको एक लंबी छुट्टी का मौका भी मिलेगा जो आपको नई ऊर्जा से भर देगा।
जो लोग नौकरी, घर, गाड़ी की चाहत रखते हैं
नौकरी,घर, गाड़ी ये सारी चीजें समाज का एक हिस्सा हैं या यूं कहें मैटेरियल हैं जिन्हें कभी भी पाया जा सकता है। ऐसा नहीं है कि ये जरूरी चीजें नहीं हैं लेकिन इनसे बढ़कर भी कुछ है। मंगल और यूरेनस के साथ आने के बाद आपको इस बात का एहसास होगा कि आपके लिए सिर्फ यह चीजें लेकर रुक जाना जरूरी नहीं है। आप इससे कहीं ऊपर का सोचते हैं। इस दौरान आपको पता चलेगा कि आपको आगे और क्या पाना है। इस बदलाव के बाद आपकी कई ख्वाइशें पूरी होंगी लेकिन उसके लिए आपको कड़ी मेहनत की जरूरत है।
मंगल और यूरेनस का प्रभाव
रिस्क में डाल सकता है मंगल यूरेनस का मिलन
मंगल और यूरेनस का मिलना कई अच्छे संकेत लाया है लेकिन ये आपको रिस्क में डाल सकता है लेकिन ऐसा तभी होगा जब आप हर चीज को अपने ईगो (अहम) के चश्मे से देखेंगे। इस दौरान गुस्सा, तनाव, झुंझलाहट और लालच जैसी भावनाएं लोगों को घेरेंगी इससे सावधान रहें। ये मिलन भटका भी सकता है इसीलिए किसी भी चीज में सोच समझकर फैसला करें। कोशिश करें कि दिमाग से ज्यादा अपने दिल की सुनें। यदि आप भटक गए हैं तो एक लंबी सांस लीजिए और फिर अपने विचारों को दिल से जुड़ने तक का इंतजार करिए, इसके बाद आप सही फैसला लेने में सक्षम होंगे। By LEAKSIN