लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद इटावा में 101 करोड़ रुपए से अधिक लागत की 65 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने 83 करोड़ रुपए से अधिक की 62 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 18 करोड़ रुपए की 03 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं के लाभार्थियों को चेक, प्रमाण पत्र एवं स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए। साथ ही, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत ग्रामवासियों को पे्ररित करने वाले स्वच्छता प्रहरियांे, उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रधानाचार्यों, स्वच्छाग्रहियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वच्छता किट एवं सफाई कार्मिकों को डेªस भी वितरित कीं।
मुख्यमंत्री जी ने नुमाइश पण्डाल में आयोजित ‘स्वच्छता सम्मान समारोह’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा बिना किसी भेदभाव के शासन की योजनाआंे को गरीबांे, महिलाआंे, दलितांे, वंचितांे तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। शौचालय केवल स्वच्छता का प्रतीक ही नहीं, बल्कि नारी गरिमा का भी प्रतीक है। स्वच्छता गम्भीर बीमारियों से बचने के लिए सबसे अच्छा उपाय हैं। उन्हांेने लोगांे से अपील करते हुए कहा कि स्वच्छ शौचालयों का प्रयोग करें और इसका प्रयोग करने के लिए दूसरों को भी प्रेरित करते रहंे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 02 अक्टूबर, 2014 को पूरे देश में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ लागू किया गया था। उस समय प्रदेश में व्यक्तिगत शौचालयों की संख्या काफी कम थी। राज्य सरकार ने लगातार प्रयास करके निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रदेश को ओ0डी0एफ0 करने में सफलता प्राप्त की है। केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती तथा सचिव श्री परमेश्वरन अय्यर के प्रति आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ लागू करने में इनके द्वारा बड़ी भूमिका का निर्वहन किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन वास्तव में समर्थ भारत का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी को ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के लिए देश के प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करना चाहिए। प्रधानमंत्री जी द्वारा संचालित यह मिशन आज देश के लिए जनान्दोलन बन चुका है। इस आन्दोलन की सफलता में जनप्रतिनिधियों, प्रशासन एवं हर तबके के लोगों की सहभागिता रही, इसलिए इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सका है। उत्तर प्रदेश में बेसलाइन सर्वे के अनुसार बड़ी संख्या में लोगों को शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अतिरिक्त, छूटे/वंचित 44 लाख परिवारों का चिन्हांकन कर सभी पात्र परिवारों को भी शीघ्र ही शौचालय मुहैया कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद इटावा पवित्र यमुना नदी के तट पर बसा है, जिसे यहां के लोग पचनद के नाम जानते हैं। यह एक महत्वपूर्ण पर्यटन व तीर्थ स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत विगत वर्ष 07 हजार तथा इस वर्ष 1652 परिवारों को आवास मुहैया कराए गए हैं। इसी प्रकार विगत वर्ष शहरी क्षेत्र में 872 प्रधानमंत्री आवास देने का कार्य किया गया है तथा इस वर्ष भी 03 हजार परिवारों का शहरी क्षेत्र में सर्वे किया गया है। शीघ्र ही इन परिवारों को भी आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक परिवार को विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने हेतु अभियान चलाया गया है। सौभाग्य योजना के तहत अब तक 94 लाख परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। जनपद इटावा में 55 हजार विद्युत कनेक्शन देने का कार्य किया गया है। साथ ही, प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 01 लाख 20 हजार मजरों का विद्युतीकरण कराया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बिना किसी भेदभाव के कार्य कर रही है। 471 ग्राम पंचायतों, 123 नगर निकायों में युद्धस्तर पर कार्य कर ओ0डी0एफ0 किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्य से जुड़े सभी अधिकारी, जिन्होंने इटावा जनपद को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का कार्य किया है, वे सब बधाई के पात्र हंै। आने वाले समय में भी जनपद इटावा को इसी गति से आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसान ऋण मोचन योजना के अन्र्तगत जनपद इटावा के 45,791 किसानों का 235 करोड़ 68 लाख 52 हजार 353 रुपए का ऋण माफ किया गया।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि अब तक 09 करोड़ शौचालय निर्माण के माध्यम से देश के 584 जिले एवं 27 राज्य ओ0डी0एफ0 हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जनपद को सभी के सहयोग से ओ0डी0एफ0 बनाया गया है। अब इसे ओ0डी0एफ0 प्लस किया जाना है। शौचालय निर्माण से गांव में रहने वाले गरीबांे, महिलाआंे को सम्मानपूर्वक जीवन जीने की सुविधा मिली है। उत्तर प्रदेश को प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में टाइमलाइन से पूर्व ओ0डी0एफ0 करने का कार्य पूर्ण किया गया। इसमें सभी जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, स्वच्छताग्रहियों की सहभागिता के कारण ही सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि जब जनभागीदारी के साथ विकास कार्य किए जाएंगे, तो निश्चित ही तीव्र गति से विकास होगा।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री ने कहा कि देश के 05 राज्यों के गंगा जी के किनारे बसे सभी ग्रामों को ओ0डी0एफ0 घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अब यमुना नदी के किनारे बसे गांवों में स्वच्छता अभियान संचालित किया जाएगा। इस कार्य में भी सभी अपना सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बुन्देलखण्ड के पेयजल संकट हेतु पैकेज बनाया जाएगा, उसी तरह उत्तर प्रदेश के लिए भी व्यवस्था की जाएगी।
कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत ग्रामवासियों को पे्ररित करने वाले 4710 स्वच्छता प्रहरियांे को प्रमाण पत्र, उत्कृष्ट योगदान देने वाले 50 प्रधानाचार्यों को प्रशस्ति पत्र, स्वयं सहायता समूह की 2500 महिलाओं को स्वच्छता किट एवं 600 सफाई कार्मिकों को डेªस, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 600 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, 200 स्वच्छाग्रहियों को प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना एवं प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 100-100 लाभार्थियों तथा 08 ग्राम सचिवों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। साथ ही, विभिन्न योजनाओं के 100 लाभार्थियों को 07 करोड़ 63 लाख रुपए का ऋण वितरण किया गया। इनमें स्टैण्ड-अप इण्डिया के 12, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार के 13, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के 02 एवं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 73 लाभार्थी शामिल हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) (वित्तीय वर्ष 2018-19) के तहत ग्राम पंचायत बसरेहर के लाभार्थी रनधीर सिंह, देवी दयाल, दिनेश बाबू, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लाभार्थी राकेश चन्द्र, रमा देवी, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी उमा देवी, ममता, स्टैण्डअप इण्डिया के लाभार्थी रामकली शाक्य, राहुल, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभार्थी राजीव कुमार, बदन सिंह बौद्ध, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के लाभार्थी शैलेश पाण्डेय, मुख्यमंत्री स्वरोजगार के लाभार्थी राहुल शाक्य, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के लाभार्थी रितु पत्नी देवेन्द्र एवं रीता पत्नी कुलदीप, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लाभार्थी बलराम सिंह एवं सत्य कुमार तथा एस0एच0जी0 महिलाओं के तहत नीलू, किरन, नीलम, ममता को स्वच्छता किट वितरित कर सम्मानित किया।