नई दिल्लीः भारत में साहसिक पर्यटन के लिए सरकार पहला दिशानिर्देश जारी कर रही है। केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री के. जे. अल्फोंस 31 मई 2018 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले एक समारोह में इस दिशानिर्देश को लांच करेंगे। भारत में साहसिक पर्यटन के संबंध में सुरक्षा और गुणवत्ता पर आधारित इन दिशानिर्दशों को एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया (एटीओएआई) के सहयोग से तैयार किया गया है।
साहसिक खेलों को सुरक्षित बनाने के प्रयास के तहत इन दिशानिर्देशों में न्यूनतम मानकों का जिक्र किया गया है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान साहसिक पर्यटन में तेजी से वृद्धि हुई है और इसने भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने पूरी दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित किया है। इस पहल का एक मात्र उद्देश्य है कि टूर संचालक साहसिक पर्यटन को समझे तथा सुरक्षा दिशा निर्देशों को बेहतर तरीके से लागू करें। इन दिशा निर्देशों में भूमि, हवा और जल आधारित गतिविधियों को शामिल किया गया है। इसके अंतगर्त पर्वतारोहन, ट्रेकिंग, बंजी जम्पिंग, पारा ग्लाइडिंग, कायकिंग, स्कूबा डाईविंग, स्नॉर्कलिंग, रिवर राफ़्टिंग तथा कई अन्य खेल शामिल हैं। एटीओएआई तथा अन्य सभी पर्यटन हितधारकों के साथ पर्यटन मंत्रालय भारत को एक मजबूत सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली के साथ सबसे अच्छे साहसिक पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।