नई दिल्ली: के.जे. अल्फोन्स ने आज दिल्ली में विभिन्न देशों के राजदूतों एवं राजनयिक प्रतिनिधियों के साथ परस्पर बातचीत की। ऑस्ट्रिया, अर्जेंटीना, भूटान, साइप्रस, चेक गणराज्य, ग्रीस, फिलीपींस, ब्राजील, मलेशिया, जर्मनी, इंडोनेशिया, फिनलैंड, रूस, न्यूजीलैंड और यमन समेत पंद्रह देशों के राजदूत/प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित थे। यह बैठक भारत और इन देशों के बीच द्विपक्षीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व समुदाय के लिए बहुत योगदान दे सकती है और भारतीय दर्शन और संस्कृति सभी को खुशी और प्रसन्नता देने की बात करती है तथा हम इस संदेश को दुनिया में प्रचार और प्रसारित करना चाहते हैं। श्री अल्फोन्स ने भारतीय पर्यटन उद्योग के समग्र विकास प्रक्षेपण को भी विशेष रूप से वर्ष 2017 में उल्लिखित किया, जहां विदेशी पर्यटक आगमन पहली बार `10 मिलियन से अधिक दर्ज किया गया और एनआरआई के समावेश के साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आगमन 15.54 मिलियन रहा। मंत्री महोदय ने पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास, यात्रा, सुरक्षा और पर्यटकों की सुरक्षा और एकीकृत वैश्विक विपणन अभियान की दिशा में भारत सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का विवरण प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अन्त तक बौद्ध परिपथ के अंतर्गत सारनाथ एवं इसके आस-पास पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा।