लखनऊ: अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए झांसी, चित्रकूट, वाराणसी तथा गोरखपुर में टाॅय क्लस्टर की स्थापना कराई जायेगी। इससे खिलौना उद्योग को गति मिलेगी, वहीं बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन भी होगा।
डा0 सहगल आज लोक भवन में क्लस्टर योजना एवं फ्लैटेड फैक्ट्री हेतु गठित राज्य स्तरीय प्रोजेक्ट समिति की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर का टेराकोटा और झांसी के मल्टीकलर डाल्स, बर्ड आदि खिलौनों की मांग बाजार में तेजी से बढ़ रही है। इसी प्रकार बनारस और चित्रकूट के खिलौने लोगों की प्रमुख पसंद है। उन्होंने कहा कि इन जनपदों में टाय क्लस्टर की स्थापना से उद्यमियों को नवीनत्म तकनीक की जानकारी प्राप्त होगी। उद्यमियों को गुणवत्तायुक्त खिलौने तैयार कराने में सहयोग मिलेगा। साथ लोगों को कम कीमत पर अच्छी क्वालिटी के खिलौने मिलेंगे।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि आगरा एवं कानपुर फ्लैटेड फैक्ट्री के फेस-1 का कार्य शुरू होगा। आगरा में 21 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण होगा। परियोजना की कुल लागत 2641.26 लाख रुपये है। पहले फेज में 8812 वर्ग मीटर क्षेत्र में 2641 लाख रुपये से फैक्ट्री निर्माण होगा। इसमें 1500 लाख रुपये केन्द्रांश एवं 1141 लाख रुपये राज्यांश शामिल है। उन्होंने कहा कि फ्लैटेड फैक्ट्री में इकाई स्थापना के 40 यूनिटों ने पहले से ही सहमति प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कानपुर के दादर नगर में 2472 लाख रुपये की लागत से 7657 वर्ग मीटर क्षेत्र फ्लैटेड फैक्ट्री की स्थापना होगी। प्रथम चरण में 80 यूनिट का निर्माण कराया जायेगा। इन सभी यूनिट के लिए होजरी इकाइयों ने सहमति प्रदान कर दी है। उन्होंने निर्देश भी दिये कि आगरा एवं कानपुर के साथ अन्य जनपदों मंे स्थापित होने वाली फ्लैटेड फैक्ट्री की कार्यवाही में तेजी लाई जाय।