लखनऊ: प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा युवाओं में दृश्यकला के प्रति अभिरूचि जाग्रत करने के उद्ेदश्य से विगत 18 वर्षों से ग्रीष्मावकाश में एक माह की स्ववित्तपोषित चित्रकला की कार्यशाला का आयोजन 10 से 17 व 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग में राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जिलों वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर, कानपुर, आगरा, जौनपुर, मिर्जापुर, सहारनपुर, बरेली, आगरा, मेरठ, बलिया, बस्ती, चित्रकूट, झांसी, बिजनौर, अलीगढ़ व मुजफ्फरनगर आदि स्थानों पर भी लगभग 22 कार्यशालाएं 15 मई से 30 जून, 2018 के मध्य आयोजित की जा रही हैं। ग्रीष्मकालीन कार्यशाला के सभी प्रशिक्षुओं को राज्य ललित कला अकादमी, उ0प्र0 द्वारा प्रमाण-पत्र भी प्रदान किये जायेंगे।
छात्र व छात्राओं के लिए स्ववित्तपोषित ग्रीष्मकालीन कार्यशाला में प्रशिक्षुओं को उनकी अभिरूचि के बारे में बात करते हुए चित्रकला की बारीकियों की जानकारी प्रदान की जा रही हैं। विशेष तौर प्रशिक्षुओं को रेखांकन, जलरंग व तैल माध्यम में चित्रों का सृजन कैसे किया जाता है, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आगामी एक माह में प्रशिक्षुओं को स्टिल लाइफ, लैण्डस्केप आदि के साथ विभिन्न विषयों पर चित्रांकन कैसे किया जाता है इसका प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इन कार्यशालाओं के आयोजन का उद्देश्य यह है कि प्रदेश की युवा पीढ़ी को कला एवं संस्कृति की सशक्त विधा दृश्यकला से परिचय कराने के साथ ही भविष्य में इसकी रोजगारपरक शिक्षा ग्रहण कर स्वयं का कैरियर बनाने के साथ कला एवं संस्कृति के उन्नयन में अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं।