नई दिल्ली: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय पारदर्शी रिकॉर्ड और संपत्तियों की सही और वास्तविक पहचान के लिए वक्फ संपत्तियों को मुतवल्ली (वक्फ संपत्तियों का प्रबंधक) की आधार संख्या से जोड़ने के बारे में विचार कर रहा है। ऐसा केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने राज्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी के साथ आज केंद्रीय वक्फ के कार्यालय भवन, सेंट्रल वक्फ भवन का उद्घाटन करते हुए कहा। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ सुनिश्चित करने के लिए समग्र एवं व्यापक दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है। मंत्रालय का यह प्रयास है कि योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे और यह समाज में दिखाई भी दे रहा है।
इस अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार अल्पसंख्यकों को देश की विकास प्रक्रिया में भागीदारी के माध्यम से बराबरी का हिस्सा सुनिश्चित कराने के लिए ईमानदारी से एक प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। एनडीए सरकार ने ऐसी कार्य प्रणाली स्थापित की है, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए दी गई एक-एक पाई के अनुदान को ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ खर्च किया जा रहा है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में सचिव श्री अरविंद मायाराम, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, सीडब्ल्यूसी और अनेक गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। सेंट्रल वक्फ भवन, केंद्रीय वक्फ परिषद का पुष्प विहार, नई दिल्ली में 1008 वर्गमीटर प्लॉट पर बनाया गया चार मंजिला कार्यालय परिसर है। जो सभी आधुनिक क्रियात्मक सुविधाओं से लैस है।
शहरी विकास मंत्रालय ने यह भूमि केंद्रीय वक्फ परिषद को अपना कार्यालय भवन बनाने के लिए आवंटित की थी क्योंकि परिषद वर्तमान में जामनगर हाउस के हटमैंट में कार्य कर रही है। वक्फ संशोधन अधिनियम 2013 से परिषद की भूमिका में महत्वपूर्ण बढ़ोत्तरी हुई है। केंद्रीय वक्फ भवन देश में वक्फ प्रबंधन के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा जो राज्यों के वक्फ बोर्डों को उनकी प्रभावी कार्य प्रणाली में अधिक सहायता प्रदान करेगा।