लखनऊ: प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एम.ओ.एस.) डा0 दयाशंकर मिश्र “दयालु” आज योजना भवन के सभागार में वीडियों कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त आयुर्वेदिक, होम्योपैथ एवं यूनानी राजकीय मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक किया। उन्होने प्रधानाचार्यों को निर्देश दिये है कि जिन मेडिकल कालेजों में प्रधानाचार्य, प्रोफेसर, रीडर एवं लेक्चर के पद रिक्त है, उनको भरने की प्रक्रिया को प्राथमिकता पर करें, जिससे कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में किसी भी प्रकार की समस्या न आये तथा सत्र सुचारू रूप से चले।
आयुष मंत्री ने प्रधानाचार्यों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन मेडिकल कालेजों में निर्माण कार्य चल रहे है उनकी गुणवत्ता में कोई कमी न होने पाये। साथ ही उनको ससमय पूर्ण कराने का भी निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि डी.पी.सी. की प्रक्रिया में तेजी लायी जाय। जो प्रकरण लम्बित है उनको प्राथमिकता पर निस्तारण करके डी.पी.सी. की कार्यवाही को पूरा कराये।
डा0 दयालु ने निर्देश दिये है कि पत्रावली के निस्तारण में अनावश्यक रूप से विलम्ब नहीं होना चाहिए। फाइलों पर यथाशीघ्र कार्यवाही करें, जिससे कि शासकीय कार्य आसानी से सम्पादित हो सके। उन्होने कहा कि जिन मद में धनराशि शेष है उसकी अपने स्तर पर सभी प्रधानाचार्य समीक्षा करें एवं व्यय सुनिश्चित करे। उन्होने निर्देश दिये है कि कैम्पस एवं कार्यालयों की साफ-सफाई एवं आवश्यकता के अनुसार नाली के बहाव, पानी की समुचित व्यवस्था इत्यादि पर विशेष ध्यान दे। कैम्पस हरा-भरा रखने के लिए पेड़-पौधे लगाये, जिससे कि स्वच्छ वातावरण का माहौल बना रहे। साथ ही भवन मरम्मत भी करायें।
आयुष मंत्री ने बैठक में उपस्थित न होने के कारण आजमगढ़ के होम्योपैथ के प्रधानाचार्य एवं मुरादाबाद के आयुर्वेद के प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि सभी प्रधानाचार्य अपने-अपने क्षेत्र में सेमिनार एवं कैम्प लगाकर जरूरतमंद लोगों का उपचार कराये। ताकि इसका लाभ आम-जनमानस को मिल सके। इससे विभाग का प्रचार-प्रसार होगा एवं लोग जागरूक होंगे।
अपर मुख्य सचिव आयुष श्रीमती आराधना शुक्ला ने मा0 मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके दिये गये निर्देशों का अनुपालन शत-प्रतिशत कराया जायेगा। उन्होने आयुष विभाग की संचालित योजनाओं के विषय में विस्तार से अवगत कराया।
इस अवसर पर विशेष सचिव, श्री सुखलाल भारती, निदेशक आयुर्वेदिक प्रो0 पी.सी. सक्सेना, निदेशक होम्योपैथ डा0 आर.के. वर्मा, निदेशक यूनानी डा0 अब्दुल वाहिद सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।