रूद्रप्रयाग: त्रिदिवसीय जखोली कृषि औद्योगिक एवं पर्यटन विकास मेले का शुभारंभ आज सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विकास का मुद्दा कृषि से जुडा हुआ है और आज ख्ेाती से आम जनमानस का ध्यान हट गया हैं जिसके लिए पुनः कृषिकरण पर जोर देना जरूरी है जिससे परम्परागत खेती को बढावा मिल सके।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कृषिकरण को बढावा देने के लिए अब अपने खेत में कार्य करने वाली महिलाओं को मनरेगा से जोडा जाएगा, जिन्हें अपने ही खेत में काम करने पर मनरेगा के तहत मजदूरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की गरीबी महिलाओं के माध्यम से ही दूर हो सकती है इसलिए महिला उत्थान कार्यक्रमों को बढाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उत्पादन बढाने के प्रयास किए जाने चाहिए। जिसके लिए बहुत सारे कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। मेरा वृक्ष, मेरा धन और रेशा उत्पादन पर विशेष जोर दिया गया है जिससे लोगों की आर्थिकी बढ सके। रेशा उत्पादन के लिए उन्होंने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को 2.5 करोड़ रूपए निर्गत किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब महिला आजीविका कार्यक्रम भी प्रारम्भ किये गए है जिसमें बकरी पालन और दुग्ध उत्पादन सम्मिलित हैं।
इस अवसर पर उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में महिला दुग्ध संघ का गठन किया जाए। इसके लिए उन्होंने दुग्ध संघ के लिए 5 लाख रूपए की धनराशि की स्वीकृति दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि महिलाएं सामूहिक रूप से खेती करें तो उन्हें भी 1 लाख रूपए की धनराशि प्रोत्साहन के रूप में दी जाएगी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने स्टालों का निरीक्षण किया। स्टालों के जरिए विभिन्न विभागों द्वारा अपने-अपने विभागीय से सम्ंबधित योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। वहीं कार्यक्रम में स्थानीय स्कूलों के छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख श्रीमती राजकुमारी रावत, डीएम श्रीमती रंजना, मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी, पुलिस उपाधीक्षक श्रीधर प्रसाद बडोला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप थपलियाल सहित सभी अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं भारी संख्या में लोग मौजूद थे।