देहरादून: उत्तराखंड में शराब नीति को लेकर बीजेपी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरीश रावत सरकार का विरोध किया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत एफएल-2 के जरिए शराब को निजी हाथों में सौंपना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंडर टेबल कुछ करना चाहते हैं। रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस फैसले से सूबे में माफियाओं को संरक्षण मिलेगा। गौरतलब है कि सूबे में नई शराब नीति को लेकर जहां बीजेपी नेता तो मुखर विरोध कर रहे हैं वहीं पार्टी इस मुद्दे को ज्यादा तवज्जों नहीं दे रही है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य निर्माण से पूर्व जब सूबे में मुलायम सिंह की सरकार थी उस वक्त खनन और शराब माफियाओं को पैर पसारने का मौका मिला। यह ऐसा वक्त था जब खनन और शराब को लेकर सूबे में विशेष तनाव था। उन्होंने कहा कि जब नित्यानंद सूबे के मुख्यमंत्री बने तो शराब और खनन माफियाओं की सांठ-गांठ टूटी और शराब और माफिया तंत्र समाप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि रावत सरकार पुरानी नीति पर चलता चाहती है और शराब और खनन को निजी हाथों में सौंपना चाहती है।