लखनऊः उत्तर प्रदेश के कारागार एवं होमगाडर््स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मवीर प्रजापति ने आज जिला कारागार लखनऊ पहुंचकर बंदियो के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि आज सब अपने परिवार के बारे में सोचते हैं कि कैसे आपका परिवार गुजर बसर कर रहा होगा। आपके जेल आने से आपके माता-पिता का सपना टूटा होगा। उन्होंने हाल में उपस्थित बंदियों से पूछा कि कितने बंदी ऐसे हैं जिनकी आयु 40 वर्ष से कम है। लगभग 90 प्रतिशत बंदियों ने हाथ ऊपर किया।
श्री प्रजापति ने कहा कि जिस घर का भविष्य जेल में हो, उसका घर अंधकार में रहता है। उन्होंने कहा कि आपमें से अधिकांश लोग गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। मॉ-बाप अपनी बहुत सी इच्छाओं को मारकर आप सबको पढ़ाते लिखाते हैं क्योंकि उन्हें आपके भविष्य की चिंता रहती है। ऐसे में जब उनके बच्चे जेल में रहे तो उनके ऊपर क्या बीतती है, इस बारे में आप लोग विचार विमर्श करते हैं। जिसका भाई या बाप जेल में हो, उसकी बहन एवं बेटी की शादी अच्छे परिवार में होने में बहुत समस्यायें आती हैं।
श्री धर्मवीर प्रजापति ने संवाद के दौरान कहा कि मैं देख रहा हॅू कि अधिकतर बंदी नौजवान है और यदि आप सब जेल से बाहर होते तो अपने परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी आपके ही ऊपर होती। क्या आपने कभी विचार किया है कि हम क्यों ऐसी गलती किये हैं कि हमें जेल में रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि गायत्रीमंत्र, मृत्यंजय मंत्र इत्यादि की शुरूआत जेलों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए ही किया गया है। उन्होंने बंदियो से कहा कि आप संकल्प लें कि आप यहां से एक अच्छा नागरिक बनकर बाहर जायेंगे और दोबारा ऐसी गलती नहीं करें, जिससे आपको पुनः जेलों में आना पड़े।
श्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि प्रदेश सरकार का यह प्रयास है कि आपको कौशल विकास से जोड़कर स्वरोजगार के योग्य बनाया जाए, जिससे कि आप जब जेलों से बाहर जायें तो आप कोई रोजगार खुद कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आप लोगों द्वारा बनाये गये उत्पादों को एमएसएमई के माध्यम से आपके उत्पादों को बेहतर मूल्य दिलाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। जिससे कि आपका परिवार की आय में वृद्धि हो।
संवाद के दौरान कारागार मंत्री से कैदियों ने हाथ जोड़कर अपने द्वारा किये गये गलत कार्य हेतु पश्चाताप किया एवं अन्य कैदियों से भावुक अपील की, कि भविष्य में हम कोई गलती न करें, जिससे कि हमारा परिवार संकट में आये। श्री धर्मवीर प्रजापति ने अच्छा व्यवहार एवं बेहतर कार्य (पेंटिंग, कढ़ाई इत्यादि) करने वाले बंदियों को गिफ्ट देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक श्री आशीष तिवारी ने कारागार मंत्री को राधाकृष्ण की पेंटिंग भेंट की एवं संवाद के लिए जेल आगमन पर उन्हंे बधाई दी। उन्होंने कारागार मंत्री को आस्वस्त किया कि आपके द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन किया जायेगा।