नई दिल्ली: आयुष मंत्रालय के केन्द्रीय आयुर्वेद विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा आज यहां राष्ट्रीय आयुष रुग्णता तथा मानकीकृत शब्दावली पोर्टल में सूचना के प्रलेखन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। आयुष सचिव श्री वैद्य राजेश कोटेचा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित किया जिसमें देश भर से आए 74 नामित आयुष पेशेवर भी शामिल थे। इस अवसर पर परिषद के अनुसंधान कार्यों के संकलन का भी विमोचन किया गया।
श्री कोटेचा ने इस बात पर जोर दिया कि देश भर में सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए रुग्णता से जुड़े आंकड़ों के प्रलेखन के लिए टिकाऊ व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने उत्कृष्टता केंद्र, अतिरिक्त बाह्य अनुसंधान और जन स्वास्थ्य संस्थाओं से जुड़ी विभिन्न योजनाओं के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित आयुष कॉलेजों और संस्थानों की अनिवार्यता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था निश्चित रूप से आयुष रुग्णता तथा मानकीकृत आंकड़ों के प्रभावी प्रलेखन में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए जिन लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है उन्हें विभिन्न राज्यों में हितधारकों के क्षमता विकास में मदद करनी चाहिए।
आयुष मंत्रालय ने देश भर में आयुष उपचार केन्द्रों के जरिए आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी जैसी चिकित्सा प्रणालियों के जरिए इलाज करा रहे रोगियों के आंकड़ों का संकलन शुरू किया है। इसके लिए ‘राष्ट्रीय आयुष रुग्णता तथा मानकीकृत शब्दावली पोर्टल’ के नाम से एक केन्द्रीयकृत पोर्टल विकसित किया गया है।
इसके लिए मंत्रालय ने आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी अनुसंधान परिषदों के साथ मिलकर एक रुग्णता कोड तथा आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध जैसी चिकित्सा प्रणाली के लिए मानकीकृत शब्दावली विकसित की है। होम्योपैथी, योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली के जरिए उपचार किए जाने वाले रोगों के वर्गीकरण के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के, (आईसीडी-10/11 कोड) को आधार बनाया गया है।
राष्ट्रीय आयुष रुग्णता तथा मानकीकृत शब्दावली पोर्टल में डेटा संग्रह प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता है और साथ ही यह स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में विभिन्न आयुष प्रणालियों के योगदान के महत्व को रेखांकित करते हुए भविष्य की नीतियों को गहरे प्रभावित भी कर सकता है।
पोर्टल की मुख्य विशेषताओं में डेटा संकलन तथा उनकी निष्पक्ष रिर्पोटिंग के लिए एक सशक्त रुग्णता तथा मानकीकृत शब्दावली का होना है। इसके जरिए आयुष प्रणाली से इलाज उपलब्ध करा रही हर संस्था से प्राप्त होने वाले इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड को एक स्थान पर संकलित करने की व्यवस्था भी है।
आयुष रुग्णता तथा मानकीकृत शब्दावली पोर्टल के लिए आंकड़े इक्ट्ठा करने के लिए लिए अनुसंधान परिषदों, राष्ट्रीय संस्थानों तथा शिक्षण संस्थानों से चयनित आयुष पेशेवरों का पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम 6 अक्टूबर, 2017 को आयोजित किया गया था।
आज से शुरू हुए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत मेडिकल कोडिंग (आईसीडी 10, 11), अंतर्राष्ट्रीय मानकीकृत चिकित्सा शब्दावली, (एसएनओएमईडी-सीट, चीनी औषधि आदि), रुग्णता कोडिंग प्रणाली तथा आयुष के तहत आयुर्वेद सिद्ध यूनानी जैसी चिकित्सा प्रणालियों के लिए मानकीकृत शब्दावली से प्रशिक्षुओं को परिचित कराना है।