लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आगामी 20 अक्टूबर को कुशीनगर के प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम के दृष्टिगत जनपद के तीनों कार्यक्रम स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने मीडिया प्रतिनिधियों से संवाद भी स्थापित किया। उन्होंने कहा कि 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से कुशीनगर के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया जाएगा। इस अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पश्चिमोत्तर, बिहार के विकास में भी बड़ा योगदान होगा। इस एयरपोर्ट से श्रीलंका, जापान, कोरिया, थाईलैण्ड, सिंगापुर, लाओस तथा दक्षिण पूर्व एशिया के तमाम देशों के साथ-साथ मित्र राष्ट्र नेपाल से अन्तर्राष्ट्रीय वायु सेवा को जोड़ने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह आभारी हैं कि प्रधानमंत्री जी ने बौद्ध सर्किट के आधार पर पर्यटन की सभी संभावनाओं को आगे बढ़ाया। ऐसे सभी देशों, जिनकी आस्था बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई है, को कुशीनगर से जोड़ने का कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रीलंका से भगवान बुद्ध के अवशेष के साथ डेलिगेशन जनपद में आएंगे। ऐसे में उनके स्वागत का अवसर उत्तर प्रदेश सरकार एवं कुशीनगरवासियों को प्राप्त हो रहा है। अतिथि देवो भव की भावना के अनुरूप प्रदेशवासी, राज्य सरकार तथा जनपद कुशीनगर के लोग प्रफुल्लित हो रहे हैं। उन्होंने उड़ान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि यह योजना विकास, रोजगार तथा सुलभ आवागमन की योजना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान मंे उत्तर प्रदेश में देश के सर्वाधिक एयरपोर्ट संचालित हैं। कुशीनगर एयरपोर्ट को शामिल करते हुए अब प्रदेश में 09 एयरपोर्ट फंक्शनल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के उद्घाटन से भगवान बुद्ध की विराटता के साथ नागरिकों को जोड़ने का अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले साढ़े 4 वर्षों में उत्तर प्रदेश में बहुत त्वरित गति से विकास हुआ है। प्रदेश में लगभग 33 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हुई है। आगामी 25 अक्टूबर को 09 और मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुशीनगर की विकास योजनाओं में बाईपास, सड़क मार्ग और मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास शामिल हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा के दर्शन भी किये। भ्रमण के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, श्रम मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।