नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज औरंगाबाद में महाराष्ट्र प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन (यूएमईडी) द्वारा आयोजित एक राज्य स्तरीय महिला सक्षम मेलवा अथवा स्वयं सहायता समूहों के सशक्त महिला सम्मेलन को संबोधित किया।
उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से स्वयं को एवं अपने समुदायों को सशक्त बनाने में योगदान देने वाली महिलाओं की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि औरंगाबाद औद्योगिक नगर (एयूआरआईसी) निकट भविष्य में औरंगाबाद शहर का महत्वपूर्ण भाग तथा देश का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बन जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि औरंगाबाद दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक गलियारे का एक महत्वपूर्ण भाग भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि औरंगाबाद औद्योगिक नगर (एयूआरआईसी) में निवेश करने वाली फर्में भी अनेक नौकरियों का सृजन करेंगी।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत नियत तिथि से पहले आठ करोड़ एलपीजी कनेक्शन देने की उपलब्धि के अवसर पर प्रधानमंत्री ने पांच लाभार्थियों को एलपीजी कनेक्शन भी वितरित किए । यह बताते हुए कि यह उपलब्धि लक्षित तिथि से सात माह पूर्व प्राप्त कर ली गई है, प्रधानमंत्री ने कहा कि अकेले महाराष्ट्र में 44 लाख उज्ज्वला कनेक्शन प्रदान किये गए हैं । यह सम्भव बनाने वाले साथियों को सलाम करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उपलब्धि हम उन महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति अपनी चिंता के कारण हासिल कर पाए हैं जो चूल्हे से उठने वाले धुएं से पीड़ित हैं ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि न केवल कनेक्शन प्रदान किये गए बल्कि विशेषकर ग्रामीण भारत में 10,000 नये एलपीजी वितरकों से निर्मित एक नयी एवं समग्र एलपीजी अवसंरचना का निर्माण किया गया है। “नये बॉटलिंग कारखानों का निर्माण किया गया है। बंदरगाहों के निकट टर्मिनल क्षमता में वृद्धि की गई है तथा पाइपलाइन के नेटवर्क को व्यापक बनाया गया है। 5 किलोग्राम के सिलिंडरों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। पाइप के माध्यम से भी गैस की आपूर्ति की जा रही है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि एक भी घर बगैर एलपीजी कनेक्शन के न रहे।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं को पानी ढोने से सम्बंधित परिश्रम की समस्या से निजात दिलाने के लिये जल जीवन मिशन की शुरुआत की गई है। “जल जीवन मिशन में पानी बचाना एवं घर की दहलीज पर जलापूर्ति सम्मिलित है। सरकार इसके लिये अगले पांच वर्षों में 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी।”
श्री राम मनोहर लोहिया के इस वक्तव्य का स्मरण करते हुए कि शौचालय एवं पानी भारतीय महिलाओं की दो सबसे बड़ी समस्याएं हैं, प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि यह दो मसले हल हो जाएं तब महिलाएं देश को नेतृत्व प्रदान कर सकती हैं। “मराठवाड़ा क्षेत्र को जल जीवन मिशन से अत्यंत लाभ होने जा रहा है। देश की पहली वॉटर ग्रिड का निर्माण मराठवाड़ा में होने जा रहा है; इससे क्षेत्र में पानी की उपलब्धता बढ़ेगी।”
सरकारी योजनाओं में जनता की भागीदारी के महत्व पर ज़ोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले प्रत्येक किसान को पेंशन प्रदान कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पशुओं के टीकाकरण के लिये भी ऐसे ही प्रयास किये जा रहे हैं।
आजीविका- प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन महिलाओं के लिये धनोपार्जन के अवसर पैदा करता है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय बजट 2019 ने स्वयं सहायता समूहों के लिये ब्याज पर सब्सिडी के विशेष प्रावधान की व्यवस्था की है; प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के जनधन खाताधारक भी 5,000 रुपये की एक ओवरड्राफ्ट सुविधा प्राप्त करेंगे, और इस प्रकार निजी सूदखोरों से संपर्क करने की आवश्यकता का निवारण हो जाएगा।
महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिये उठाए जाने वाले अन्य कदमों के बारे में बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा: “मुद्रा योजना के अंतर्गत प्रत्येक स्वयं सहायता समूह में एक महिला को एक लाख रुपये का ऋण मिलेगा; इससे उन्हें नये उद्यम की शुरुआत करने तथा अपना व्यापार विकसित करने में सहायता प्राप्त होगी। अब तक 20 करोड़ रुपये के ऋण का वितरण किया जा चुका है, जिसमें से 14 करोड़ रुपये महिलाओं को दिए गए हैं। महाराष्ट्र में 1.5 करोड़ मुद्रा लाभार्थी हैं, जिनमें से 1.25 करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं।”
प्रधानमंत्री ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महिलाओं की भूमिका को चिह्नांकित किया। “आप सामाजिक परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण चालक हैं। बालिकाओं की रक्षा करने, उनको शिक्षित करने और सुरक्षा देने के लिये अनेक कदम उठाए गए हैं। हमें समाज के दृष्टिकोण में परिवर्तन लाना होगा, इसमें महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। मुस्लिम महिलाओं की तीन तलाक जैसी कुप्रथा से रक्षा की जा रही है। आपको इस बारे में जागरूकता पैदा करनी होगी।”
भारत के चंद्रयान 2 मिशन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा: “हमारे वैज्ञानिकों ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने का निर्णय लिया है। आज में उनके बीच था; वह भावुक थे किंतु उनका साहस भी अदम्य है। वह गलतियों से सीख कर आगे बढ़ना चाहते हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत शीघ्र ही स्वयं को खुले में शौच से मुक्त घोषित करेगा।
यह कहते हुए कि सरकार न केवल मकान बल्कि घर उपलब्ध कराना चाहती है, प्रधानमंत्री ने कहा: “हम आपको आपके सपनों का घर देना चाहते हैं, न केवल चार दीवारों वाली संरचना। हम इसमें अनेक सुविधाएं देना चाहते हैं। हमने निश्चित फॉर्मूले के अनुरूप कार्य किया है और हमने स्थानीय आवश्यकताओं के आधार पर घर मुहैया कराए हैं। हमने विभिन्न योजनाओं में मिलने वाले लाभों को एकीकृत कर सभी आधारभूत सुविधाएं देने का प्रयास किया है। 1 करोड़ 80 लाख घर पहले ही बनकर तैयार हो गए हैं। मुझे विश्वास है कि 2022 में जब हम अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहे होंगे, हम सभी को एक पक्का घर देने की कोशिश करेंगे।”
घर संबंधी प्रावधानों पर आगे बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा: “1.5 लाख रुपये तक के होम लोन पर ऋण मुक्ति उपलब्ध कराई गई है, ताकि मध्यवर्ग के पास अपना घर हो सके। पारदर्शिता लाने एवं धन की चोरी रोकने के लिये निर्माण के विभिन्न चरणों में मकानों के चित्र वेबसाइट पर डाल दिए गए हैं। भवन निर्माण क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिये हमने रेरा अधिनियम बनाया है; इस अधिनियम को अब अनेक प्रदेशों में अधिसूचित कर दिया गया है, इसके अंतर्गत लाखों फ्लैट बनाए जा रहे हैं।”
यह बताते हुए की सरकार छुपकर कार्य नहीं करना चाहती किंतु विकास के लिये सभी योजनाएं एकसाथ लाना चाहती है, प्रधानमंत्री ने आशा जताई कि लोग सरकारी योजनाओं की सफलता में योगदान देंगे।
यह कहते हुए कि श्री उमाजी नायक एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, प्रधानमंत्री ने उनकी जयंती के अवसर पर उनको श्रद्धांजलि भी दी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने “ट्रांस्फोर्मिंग रूरल महाराष्ट्र” शीर्षक से एक पुस्तक का विमोचन किया।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों में महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडनवीस, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र सरकार की ग्रामीण विकास तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती पंकजा मुंडेतथा महाराष्ट्र सरकार के उद्योग तथा खनन मंत्री श्री सुभाष देसाई थे।