यारोस्लावा महुचिख ने शनिवार को विश्व इंडोर चैंपियनशिप में ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीता. इसके लिए महुचिख ने अपने देश यूक्रेन में चल रहे सशस्त्र संघर्ष की तमाम बधाओं को पार किया है. यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद महुचिख को अपने घर से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा, उन्हें एक तहखाने में छिपना पड़ा और अंततः बेलग्रेड के लिए तीन दिनों में 2,000 किमी की यात्रा की. महुचिख ने युद्ध बढ़ने पर तीन सप्ताह पहले ही निप्रो में अपना घर छोड़ दिया था. “सैकड़ों फोन कॉल, दिशा में कई बदलाव, विस्फोट, आग और हवाई हमले के सायरन” के बीच महुचिख ने सर्बिया के लिए अपना रास्ता खोज लिया.
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य जीता था महुचिख ने
मौजूदा यूरोपीय इंडोर हाई जंप चैंपियन महुचिख ने 2019 में टोक्यो में ओलंपिक कांस्य और दोहा में विश्व आउटडोर रजत पदक जीता था. इस प्रतियोगिता में सिल्वर जीतने वाली आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एलेनोर पैटरसन ने कहा, “यारोस्लावा के पीछे एक रजत जीतना इसे और भी खास बनाता है. उसे ऐसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जिसका कोई भी हकदार नहीं है, इसलिए मुझे भी उस पर बहुत गर्व है. ” पैटरसन ने यूक्रेन के समर्थन में अपने नाखूनों को नीले और पीले रंग से चित्रित किया था.
पैटरसन ने कहा, “मैं यूक्रेनी टीम के होटल में ही ठहरी हूं और मैंने उन्हें छोटी-छोटी मुस्कान और समर्थन के छोटे-छोटे इशारों का आदान-प्रदान करते देखा है. बता दें 20 वर्षीय महुचिख बेलग्रेड छह सदस्यी महिला यूक्रेनी टीम में से एक है.
रूसी एथलीट नहीं हो सकी शामिल
महुचिख की जीत रूस की मारिया लसिट्सकेन की अनुपस्थिति में हुई, जिन्होंने टोक्यो में एक मान्यता प्राप्त तटस्थ एथलीट के रूप में प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। यूक्रेन पर हमले के बाद रूसी और बेलारूसी एथलीटों पर विश्व एथलेटिक्स के प्रतिबंध के बाद लेसिट्सकेन को दुनिया को वर्ल्ड इंडोर से बाहर कर दिया गया.