कानपुर: कानपुर सिविल लाइंस में अस्पताल घाट स्थित एल्गिन मिल-एक लोअर कंपाउंड खाली करने का अल्टीमेटम देने गए पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को विरोध का सामना करना पड़ा। वैकल्पिक आवास देने की मांग कर महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। अफसरों के सामने मां-बेटी ने खुद पर केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया।
आक्रोशित लोगों ने वीआईपी रोड जाम कर नारेबाजी की। उधर से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का काफिला गुजरा तो महिलाओं का हंगामा देख रुक गया। इस पर पुलिस ने लाठियां पटक कर भीड़ को खदेड़ा और रास्ता साफ कराया। इसके बाद काफिला निकल गया। इस दौरान महिलाओं की अफसरों से नोकझोंक भी हुई।
हाईकोर्ट ने एल्गिन मिल की संपत्तियां खाली करने के लिए अवैध कब्जेदारों को पांच दिसंबर तक का समय दिया है। एसीएम-पांच प्रेम नरायण सिंह ने लोअर कंपाउंड में अवैध तरीके से बसे परिवारों को तीन दिसंबर तक परिसर खाली करने की चेतावनी दी है। सोमवार को यह मियाद पूरी हो रही है। रविवार सुबह करीब 12:00 बजे एल्गिन मिल के प्रापर्टी अफसर एसएस रावत, एसीएम-पांच प्रेम नरायण सिंह और सीओ कर्नलगंज मनोज गुप्ता सर्किल के थानों की फोर्स के साथ वहां पहुंचे।
एसएस रावत ने कब्जेदारों को सोमवार सुबह तक परिसर खाली करने का अल्टीमेटम दिया। इस पर महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। वैकल्पिक आवास की मांग कर अफसरों को घेर लिया। परिसर में रहने वाली मायावती और उसकी बेटी रोशनी प्लास्टिक के डिब्बे में केरोसिन लेकर वहां पहुंच गई। अफसर कुछ समझ पाते कि मां-बेटी ने खुद पर केरोसिन डाल लिया।
दोनों ने जैसे ही माचिस निकाली, पुलिस कर्मियों ने झपट्टा मारकर उसे छीन लिया। दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस ने जीप में बैठा लिया। इस पर अन्य महिलाएं भड़क गईं। धक्का-मुक्की कर उन लोगों ने दोनों को पुलिस हिरासत से छुड़ा लिया। बाद में पुलिस ने लाठियां पटक कर भीड़ को खदेड़ा। अमर उजाला