नई दिल्ली: केंद्रीय जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने देश में जल क्रांति का आह्वान किया है। आज नई दिल्ली में जलसंसाधनों के बहुउद्देशीय विकास एवं वर्तमान चुनौतियां विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने देश के कुछ भागों में सूखे की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। सुश्री भारती ने केंद्रीय जल आयोग और अपने मंत्रालय की अन्य एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सूखे से प्रभावित देश के प्रत्येक ब्लॉक का दौरा करके स्थिति से प्रभावशाली ढंग से निपटने का खाका तैयार करे। उन्होंने कहा कि भविष्य में सूखे से निपटने के लिए हमारे पास देश के प्रत्येक ब्लॉक के बारे में इस तरह की तैयारी होनी चाहिए।
मंत्री महोदया ने यह घोषणा भी की कि देश के 100 अनुसूचित जाति बहुल गांवों का जल संसाधनों के विकास के लिए, जल ग्राम योजना के तहत चयन किया जाएगा। जल ग्राम, केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के जल क्रांति अभियान के तहत वह योजना है, जिसमें देश के प्रत्येक जिले से दो ऐसे गांवों का जल संसाधनों के सर्वांगीण विकास के लिए चयन किया जाता है, जहां पानी की भारी कमी है। मंत्री महोदया ने जल संसाधन के क्षेत्र में बाबा साहेब के अभूतपूर्व योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका मंत्रालय अगले वर्ष से बाबा साहेब के जन्मदिवस को जल दिवस के रूप में मनाएगा।
इस संगोष्ठी का आयोजन जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के तहत केंद्रीय जल आयोग द्वारा डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 125वीं जयंती समारोहों के एक हिस्से के रूप में किया गया ताकि जल क्षेत्र में उनके योगदान को भलीभांति रेखांकित किया जा सके एवं उनके स्वप्न को साकार करने की योजना पर विचार-विमर्श किया जा सके।
आईसीआईडी के महासचिव श्री ए.सी. त्यागी, भारतीय सामाजिक विज्ञान एवं अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष एवं जेएनयू के क्षेत्रीय विकास अध्ययन केंद्र के प्रोफेसर इमेरिटस प्रो. सुखदेव थोराट, केंद्रीय जल आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री सुरेश चंद्रा और श्री एबी पांडया तथा मंत्रालय के विशेष सचिव डॉ.अमरजीत सिंह ने संगोष्ठी में भाग लिया।
समारोह को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री राम विलास पासवान, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावर चंद गहलोत , केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण राज्य मंत्री प्रो.सांवर लाल जाट, रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्री हंसराज गंगाराम अहीर, मानव संसाधन राज्य मंत्री प्रो. (डॉ.) रामशंकर कथेरिया और सांसद एवं अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/ जनजाति परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उदित राज ने भी संबोधित किया।