लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत आगामी तीन माह में प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड में एक-एक नई दुग्ध समितियों का गठन किया जाये और दुग्ध उत्पादकों को गॉव में ही उनके दूध के उचित मूल्य पर विक्रय की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि 25 अच्छे नस्ल की देशी गायों की अत्याधुनिक गौवंशीय डेयरी फार्म (सेन्टर आफ एक्सीलेन्स) योजना बनायी जाए, जिससे छोटे एवं मध्यम किसानों और पशुपालकों को लाभ मिल सके, उनकी आय में वृद्धि हो और स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार का सृजन हो सके।
श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में नन्द बाबा दुग्ध मिशन की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण एवं महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में क्रांतिकारी वृद्धि के साथ ही किसानों एवं पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी होगी। इसलिए मिशन के कार्यों को पूर्ण करने में अधिकारी अपना शत-प्रतिशत योगदान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से निष्क्रिय दुग्ध समितियों को पुनर्जीवित करने के लिए उनका सर्वे कराकर चिन्हित किया जाए, ताकि उन्हें सक्रिय कर उपयोगी बनाया जा सके।
श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन एक ऐसा मिशन है जो पशुधन विकास और दुग्ध किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए आवश्यक है। इस मिशन की प्रेरणा लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 से ली गयी है एवं इसके अंतर्गत, प्रदेश के दुग्ध उत्पादन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए 1000 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लिया गया है। मंत्री जी ने नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत विकासशील योजनाओं की समीक्षा की और स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना और मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह मिशन मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा किसानों की आय दोगुना किये जाने के संकल्प को पूरा करने में भी अपना अहम योगदान देगा।
बैठक में दुग्ध विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डा0 रजनीश दुबे ने कहा कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन एक नवाचारी मिशन है और इसका लक्ष्य है कि सभी किसानों, विशेष रूप से सहायक, छोटे और मध्यम आकार के किसानों को लाभ पहुंचाया जाए, साथ ही यह मिशन दूध प्रसंस्करों को उच्च गुणवत्ता वाले दूध की उत्पादकता सुनिश्चित करके उन्नत करेगा। उन्होंने कहा कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन महत्वपूर्ण उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ किसानों के मार्जिनल, छोटे और मध्यम स्तर के सभी श्रेणी को लाभ पहुंचाने के लक्ष्यों को पूरा करेगा। इसके साथ ही, इस मिशन की योजनाओं से दुग्ध उत्पादकता बढ़ेगी और उच्च गुणवत्ता वाले दूध के उत्पादकों एवं दूध प्रसंस्करणकर्ताओं को लाभ पहुंचेगा।
बैठक में दुग्ध विकास आयुक्त श्री शशि भूषण लाल सुशील ने कहा कि “स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना”’ में पशुपालकों को प्रदेश के बाहर से स्वदेशी नस्ल के दुधारू पशुओं की खरीदारी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी और “मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना” में प्रगतिशील पशुपालकों को पुरस्कारों के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाता है।
बैठक में पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक श्री कुणाल सिल्कू, विशेष सचिव श्री राम सहाय यादव तथा दुग्ध विकास विभाग एवं पशुधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।