श्री अनिल के0 रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में “ऑपरेशन स्माइल व ऑपरेशन शिनाख्त’’ अभियान के नोडल अधिकारियों व टीम प्रभारियों की समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गयी।
श्री अशोक कुमार, महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड ने बताया कि पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड के निर्देशानुसार प्रदेश में दिनांक 01 दिसम्बर, 2019 से 02 माह का “ऑपरेशन स्माइल व ऑपरेशन शिनाख्त” अभियान चलाया गया। इस अभियान में गुमशुदा बच्चों के साथ-साथ गुमशुदा पुरूषों व महिलाओं को भी तलाश किया गया तथा गुमशुदाओं का मिलान लावारिश शवों से भी कराया गया।
उक्त अभियान में जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में 01 अपर पुलिस अधीक्षक व अन्य जनपदों में पुलिस उपाधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जायेगा। जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में 05-05 तलाशी टीम व शेष जनपदों में 02-02 तलाशी टीम (प्रत्येक टीम में उपनिरीक्षक-1, आरक्षी-4) का गठन किया जायेगा। प्रत्येक तलाशी टीम में गुमशुदा/बरामद बच्चों व महिलाओं से पूछताछ हेतु एक महिला पुलिस कर्मी भी अनिवार्य रूप से नियुक्त किया गया।
प्रत्येक टीमों की सहायता हेतु उपरोक्त तलाशी टीमों के अतिरिक्त 01-01 विधिक एवं टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया। जनपद में 01 दिवसीय कार्यशाला आयोजित करके टीम के समस्त सदस्यों को बच्चों व महिलाओं से सम्बन्धित प्रचलित समस्त कानूनी एवं विधिक प्राविधानों की पूर्ण जानकारी अवश्य दिये जाने तथा बच्चों व महिलाओं से पूछताछ करते समय माननीय उच्चतम व उच्च न्यायालय, मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग एवं गृह मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किये जाने हेतु भी सभी जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया।
उक्त अभियान हेतु अन्य सम्बन्धित विभागों/संस्थाओं यथा सी0डब्लू0सी0, समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, अभियोजन, श्रम विभाग, संप्रेक्षण गृह, एन0जी0ओ0 एवं चाइल्ड हेल्प लाईन से समन्वय स्थापित कर इनका सहयोग भी लिया गया। जनपद के ऐसे स्थान जहां गुमशुदाओं के मिलने की सम्भावना अधिक है, जैसे शेल्टर होम्स/ढाबों/कारखानों/बस अड्डा/रेलवे स्टेशन/धार्मिक स्थानों/ आश्रमों आदि में विशेष ध्यान दिया गया।
ऑपरेशन स्माइल अभियान में कुल 315 बच्चे, 100 पुरूष व 207 महिलाएं (कुल 622 गुमशुदा) बरामद किये गये। बरामद 622 गुमशुदाओं में 368 पंजीकृत (उत्तराखण्ड-355, अन्य राज्य-13) एवं 254 अपंजीकृत (उत्तराखण्ड-151, अन्य राज्य-103) हैं। बरामद 622 गुमशुदाओं में से 621 को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया एवं 01 बालिका को पुनर्वास हेतु बाल संरक्षण गृह भेजा गया। अभियान के दौरान उक्त बरामद गुमशुदाओं के अतिरिक्त भौतिक सत्यापन में कुल 198 गुमशुदाओं का वापस आना भी पाया गया।
“ऑपरेशन शिनाख्त” अभियान में कुल 24 अज्ञात शवों की शिनाख्त (शिनाख्त-21, भौतिक सत्यापन-03) हुई, जिनमें 17 उत्तराखण्ड व 7 अन्य राज्यों से सम्बन्धित हैं।
पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा टीमों की समीक्षा के उपरान्त ऑपरेशन स्माईल अभियान के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य हेतु उ0नि0 मंजू पाण्डे, ए0एच0टी0 चम्पावत, उ0नि0 विरेन्द्र सिंह नेगी एवं उ0नि0 संजय शर्मा जनपद हरिद्वार को तथा ऑपरेशन शिनाख्त के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य हेतु उ0नि0 दिनेश वल्लभ जनपद ऊधमसिंह नगर, उ0नि0 कृपाल सिंह जनपद पौड़ी गढ़वाल, उ0नि0 दिनेश चमोली जनपद देहरादून को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये।
इस अवसर पर श्री अशोक कुमार, महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, श्री वी0 विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना/सुरक्षा/प्रशासन, श्री अभिनव कुमार, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम, श्री ए0पी0 अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, श्री मुकेश कुमार, पुलिस अधीक्षक पी/एम सहित एवं जनपदों के नोडल अधिकारी एवं टीम प्रभारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती जया बलोनी, पुलिस उपाधीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था द्वारा किया गया।