लखनऊ: संस्कृति विभाग के अंतर्गत एडाप्ट हेरिटेज पालिसी के अंतर्गत 9 राज्य संरक्षित स्मारकों पर रूचि की अभिव्यक्ति के द्वारा स्मारक मित्र बनाये जाने की योजना है। राज्य संरक्षित स्मारकों के रख-रखाव हेतु इन स्मारक मित्रों की अहम भूमिका होगी।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि स्मारक मित्र बनाये जाने के लिए स्मारकों को चिन्हित कर पी0पी0पी0 मॉडल पर इनका संरक्षण किया जायेगा। इस योजना के अंतर्गत संरक्षित स्मारकों में साइनेजेस, दिव्यांगजनों हेतु रैम्प एवं लाकिंग टाइल्स आदि का कार्य भी कराया जायेगा।
पर्यटन मंत्री ने यह भी बताया कि पुरातत्व विभाग द्वारा आगा खॉन ट्रस्ट फॉर कल्चर नई दिल्ली के साथ संरक्षित स्मारक छतर मंजिल एवं फरहत बक्श कोठी के पुर्नउपयोग की कार्य योजना भी बनाई जायेगी। पुरातत्व द्वारा संरक्षित स्मारक छतर मंजिल एवं फरहत बक्श कोठी का जीर्णोद्वार कराकर पर्यटकों के लिए खोला जायेगा। उन्होंने बताया कि बदले हुए परिवेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश में कई योजनायें तैयार की गई है। इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए तेजी से कार्य कराया जा रहा है।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि लखनऊ में बहुत से प्राचीन एवं धार्मिक तथा ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं। इनको देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते रहते हैं। पर्यटकों को लखनऊ के दर्शनीय स्थलों की ओर आकर्षित करने के लिए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा योजनायें बनायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के आने से जहॉ एक ओर राजस्व अर्जन होगा वहीं दूसरी ओर परोक्ष एवं अपरोक्ष रोजगार के अवसर भी सृजित होगें।