लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमन्त्री जन आरोग्य योजना- आयुष्मान भारत से गरीब परिवार के लोगों की तकदीर बदल रही है। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से गरीब परिवारों के लिए बड़े निजी अस्पतालों के द्वार खोल दिए गए हैं, जहाॅ अभी तक सिर्फ संपन्न परिवार के लोगों की पहुँच थी। जो गरीब व्यक्ति पैसों के अभाव में इलाज कराने में असमर्थ थे, उन्हें आयुष्मान भारत योजना ने एक संजीवनी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में योजना के लागू होने के 4 महीने से भी कम समय में 20 हजार से भी अधिक गरीब लोगों को इलाज मिल चुका है। इस योजना के अन्तर्गत गरीब लोग गंभीर बीमारियों जैसे कि कैंसर, हार्ट सर्जरी, ब्रेन सर्जरी आदि का निःशुल्क इलाज प्राप्त करने का लाभ उठा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री आज जनपथ स्थित विकास भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में आयुष्मान भारत योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं अधिक-से-अधिक मरीजों को लाभान्वित कराने के कार्यों में और अधिक तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड जारी करने हेतु 20 से 30 जनवरी, 2019 तक प्रदेश में समस्त जनपदों में व्यापक अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत अब तक 6,01,724 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किये जा चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा योजना के कुशल संचालन, अनुश्रवण एवं निगरानी हेतु डेडिकेटेट काल सेन्टर (टोल फ्री हेल्प लाइन नं0- 1800-1800-4444) की स्थापना की गयी है।
श्री सिंह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत अभी तक 50,000 रूपये अथवा इससे अधिक की राशि का इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या 523 है, जिनमें से 121 गम्भीर हृदय रोग जैसे मामले हैं। ब्रेन ट्यूमर के 15 से अधिक मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही टोटल हिप रिप्लेस्मेंट के 93 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि 80 लाख से अधिक लक्षित लाभार्थी परिवारों को एसएमएस द्वारा जानकारी पहुंचा दी गई है। प्रदेश में 1,115 निजी एवं 420 सरकारी अस्पताल सहित कुल 1535 चिकित्सालय योजना से संबद्ध कराये जा चुके हैं। सूचीबद्ध अस्पतालों की जानकारी ूूूण्ेंबीपेण्पद से प्राप्त की जा सकती है। लाभार्थी उमतंण्चउरंलण्हवअण्पद वेबसाइट पर अपनी पात्रता की जाॅच कर सकता है तथा नजदीकी जन सेवा केन्द्रों ;बेबद्ध पर मात्र रू0 30/- का भुगतान कर गोल्डेन कार्ड प्रिन्ट करा सकता है।
समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री प्रशांत त्रिवेदी, मिशन निदेशक (एन.एच.एम) श्री पंकज कुमार, निदेशक (प्रशासन) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती पूजा पाण्डेय, विशेष सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री नीरज शुक्ला तथा महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री पद्माकर सिंह उपस्थित थे।