केन्द्रीय कौशल विकास मंत्री श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा है कि मौजूदा दौर में कौशल विकास का महत्व दिनोदिन बढ़ता जा रहा है। कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ग के लोगों को इससे जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कौशल विकास कार्यक्रमों को हर स्तर पर प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र सरकार प्रदेश को हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हरक्षेत्र में कुशल श्रम की महती आवश्यकता हैं। तकनीकी श्रम के माध्यम से रोजगार के व्यापक अवसर लोगों को सुलभ होंगे।
श्री पाण्डेय आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान के सभागार में भारतीय कौशल विकास केन्द्र, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के सहयोग से पी0एच0डी0 चैम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश कौशल विकास एवं लघु उद्योग सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उद्योगों को प्रशिक्षित मानव प्रबंधन उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर व्यापक स्तर पर विभिन्न ट्रेडों में लोगों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हंै। प्रशिक्षण के उपरान्त लोगों को दक्ष करने के उद्देश्य से अपे्रन्टिस कार्यक्रम भी चलाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास केन्द्रों को और प्रभावी बनाया जा रहा है।
श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की प्रसंशा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने एम0एस0एम0ई0 विभाग का उत्तरदायित्व बहुत ही जिम्मेदार हाथों में सौंपा है। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार मिलकर प्रदेश एवं देश को आगे बढ़ाने का कार्य करंेगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में वर्तमान में जो सर्वे आया है, उसके अनुसार देश में स्किल का प्रतिशत 08 से 09 फीसदी हो गया है, पहले देश में केवल 04 प्रतिशत ही प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध था। उन्होंने कहा कि स्किल मैन पावर के लिए आर0पी0एल0 स्कीम चलाई गई है। उन्होंने कहा कि लेबर मैनेजमेंट इनफारमेंशन सिस्टम डेवलप किया जा रहा है। 54 लाख लोगों को विभिन्न क्षेत्र में ट्रेंड किया गया है तथा 12 लाख को रोजगार भी प्राप्त हुआ है। शिक्षक दिवस पर छोटे-छोटे कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए शीघ्र ही कौशलाचार्य सम्मान योजना लागू की जायेगी।
उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन हुआ। आने वाले समय में उद्यम भी स्थापित हो जायेंगे। इनमें से सर्विस सेक्टर जल्दी तैयार हो जायेगा। इसके लिए मैचिंग काॅरेसपाडिंग स्किलिंग की व्यवस्था अभी तैयार नहीं हो पायी है। उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में लेबर इंडेक्स नहीं है। लेबर इंडेक्स मायने यह है कि आने वाले समय में भारत के राज्यों में एग्रो प्रोसेसिंग, हैवी इन्डस्ट्री, मीडियम स्केल इन्डस्ट्रीज या सर्विस सेक्टर में कितने लोगों की आवश्यकता पड़ने वाली है। राज्य स्तर पर इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जल्द ही इसको लागू किया जायेगा।
श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान मंे भारत की अर्थव्यवस्था टेक्नालाजी के पदार्पण से कई चीजों में परिवर्तन आया है। जल्द ही बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन भी होगा। डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहत पूरे प्रदेश में एक लाख 25 हजार गांवों को आप्टिकल फाइबर केबिल से जोड़ा गया है। इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए स्किलिंग की आवश्यकता है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग के साथ समन्वय स्थापित करके एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में कौशल विकास के चैप्टर को जोड़ा जायेगा। नौकरियां देने में यह महत्वपूर्ण चैप्टर साबित होगा। उन्होंने कहा कि टूरिज्म बहुत बडा़ क्षेत्र है। इसमें रोजगार की असीम सम्म्भावना है। खादी को प्रमोट किया जा रहा है। खादी को लोकप्रिय बनाने के लिए इटली और फ्रांस में आयोजित होने वाले फैशन शो में खादी परिधानों का भी डिस्प्ले कराया जायेगा।