लखनऊ: भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जनपद रायबरेली में आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने की उत्पादन क्षमता के विस्तारीकरण कार्य का शुभारम्भ तथा कारखाने द्वारा वर्ष 2018-19 में उत्पादित 900वें रेल डिब्बे एवं हमसफ़र रेक को हरी झण्डी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री जी ने इस अवसर पर जनपद रायबरेली के विकास हेतु 1,051 करोड़ रुपये की विभिन्न जनोपयोगी परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया।
इन परियोजनाओं में एन0एच0 232 रायबरेली से बांदा वाया लालगंज फतेहपुर (133 कि0मी0) 2-लेन पेव्ड सोल्डर्स के साथ चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के अन्तर्गत टाइप-2 के 3 ब्लाॅक तथा टाइप 3, 4, 5 के एक-एक ब्लाॅक के आवास व छात्रावास, कानपुर बाईपास सेतु के लोकार्पण सहित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के अन्तर्गत मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल भवन, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 500 आवासों का शिलान्यास शामिल है। इससे पूर्व, जनपद आगमन पर उन्होंने आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना का निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इस भूमि ने आध्यात्म से लेकर स्वाधीनता आन्दोलन तक, साहित्य से लेकर राजनीति तक देश को हर क्षेत्र में दिशा प्रदान की। यह भूमि वीरा पासी, राना बेनी माधव सिंह, जायसी, आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की धरती है। यह जनपद पं0 अमोल शर्मा के किसान आन्दोलन का साक्षी रहा है। इस भूमि ने श्री राजनारायण को भी आशीर्वाद दिया। गौरवमयी इतिहास से जुड़े इस क्षेत्र के विकास के लिए भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार समर्पित है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज जनपद रायबरेली में सड़क, आवास, मेडिकल काॅलेज से जुड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण सम्पन्न हुआ। यह परियोजनाएं जनता का जीवन सरल और सुगम बनाने में मदद करेंगी। प्रधानमंत्री जी ने बताया कि इससे पूर्व उन्होंने आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने का भ्रमण किया। जिस गति से वहां कार्य हो रहा है, वह सराहनीय है।
पिछली सरकार के कार्यकाल मंे संसाधनों के साथ किये गये अन्याय का देश गवाह रहा है। रायबरेली का आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना भी इसमें शामिल था। यह कारखाना वर्ष 2010 में तैयार हो गया था, इसके बाद 04 साल तक कपूरथला स्थित रेल कारखाने से तैयार डिब्बे इस कारखाने में लाकर यहां उनके पेच कसने तथा उन्हें पेंट करने का कार्य होता रहा। नये रेल डिब्बे निर्मित करने के लिए इस फैक्ट्री का उपयोग नहीं हो रहा था। वर्ष 2014 तक कारखाने की मात्र 03 प्रतिशत मशीनें ही कार्यरत थीं।
वर्तमान केन्द्र सरकार के कार्यभार ग्रहण के 03 माह में इस कारखाने में पूरी तरह निर्मित रेल कोच भारतीय रेल की सेवा में आ गया। अब इस कारखाने की सभी मशीनें पूरी क्षमता से कार्यरत हैं। नयी एवं आधुनिक मशीनों की स्थापना का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। उन्होंने अपेक्षा की कि इस कारखाने में रेल डिब्बा उत्पादन की वार्षिक संख्या अगले साल मार्च तक 1400 से अधिक हो जाए।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि अगले कुछ साल में इस फैक्ट्री की वार्षिक उत्पादन क्षमता 3,000 तक हो जाएगी। हमारा प्रयास इसे बढ़ाकर 5,000 रेल डिब्बे प्रतिवर्ष करने का है। सरकार का यह प्रयास इस कारखाने को दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फैक्ट्री बना देगा। उन्होंने बताया कि अति शीघ्र इस कारखाने में मेट्रो रेल तथा सेमी हाई-स्पीड टेªन के डिब्बे बनने लगेंगे। इसके अलावा, एल्युमिनियम आधारित आधुनिक व हल्के रेल डिब्बे भी यहां बनाये जाएंगे।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि रायबरेली स्थित रेल डिब्बा कारखाने के विस्तार से यहां के लोगों के जीवन में नया विस्तार आएगा। युवाओं के लिए हर तरह के रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। श्रमिकों, इंजीनियरों, तकनीशियनों, डिप्लोमाधारकों सहित रायबरेली के लघु एवं मध्यम उद्यमों को भी इसका लाभ मिलेगा।
वर्ष 2014 से पूर्व इस कारखाने के लिए 01 करोड़ रुपये से भी कम धनराशि का सामान स्थानीय व्यापारियों से खरीदा जाता था। वर्ष 2014 के बाद अब तक 125 करोड़ रुपये का सामान यहां के स्थानीय व्यापारियों से खरीदा जा चुका है। कारखाने की उत्पादन क्षमता के विस्तार के बाद यह धनराशि और बढ़ेगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि रेल मंत्रालय तथा उत्तर प्रदेश सरकार यहां रेल इण्डस्ट्रियल पार्क विकसित करेंगे। इसका लाभ यहां के लघु एवं मध्यम उद्यम को मिलेगा। उन्हांेने बताया कि पूर्ववर्ती केन्द्र सरकार ने इस कारखाने में 5,000 नियुक्तियां किये जाने की घोषणा की थी, किन्तु स्वीकृति उसके आधे पदों को ही दी।
इस कोच फैक्ट्री में एक भी नयी नियुक्ति नहीं हुई थी। सभी कर्मचारी रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला के थे। इसके विपरीत उनकी सरकार ने इस कारखाने में लगभग 2,000 नयी नियुक्तियां की हैं। वर्ष 2014 में कारखाने में 200 अस्थायी कर्मचारी कार्यरत थे, जिनकी संख्या आज बढ़कर 1,500 हो गयी है। उन्हांेने कहा कि आने वाले समय में रायबरेली रेल कोच निर्माण का ग्लोबल हब बनने वाला है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने के लिए रेलवे के अलावा देश में हाई-वेज़, एक्सप्रेस-वेज़, वाॅटर-वेज़ तथा ‘आई’-वेज़ का भी तेजी से विकास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र की प्रगति के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके तहत जनपद रायबरेली में भी विकास कार्य सम्पादित कराये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि रायबरेली से बांदा वाया लालगंज-फतेहपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के 558 करोड़ रुपये की लागत से चैड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य के लोकार्पण से चित्रकूट धाम पहुंचने में सुविधा हो जाएगी। अवस्थापना सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए भी कार्य किया जा रहा है। रायबरेली में एम्स के कार्य को गति दी गयी है। इसके तहत 425 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि से एम्स के मेडिकल काॅलेज व चिकित्सालय भवन का शिलान्यास तथा छात्रावास आदि का लोकार्पण किया गया है। एम्स का लाभ रायबरेली सहित आस-पास के जिलों की जनता को प्राप्त होगा।
केन्द्र सरकार का संकल्प है कि वर्ष 2022 तक हर गरीब के पास पक्की छत हो। इस उद्देश्य से अब तक पूरे देश में सवा करोड़ आवास निर्मित कराये जा चुके हैं। जनपद रायबरेली में 23 हजार से ज्यादा लाभार्थियों को उनके आवास की चाभी सौंपी जा चुकी है। इसी क्रम में आज यहां प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 500 आवासों का शिलान्यास किया गया है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि देश के इतिहास में आज का दिन विशेष है। वर्ष 1971 में आज ही के दिन आंतक, अत्याचार तथा अराजकता की प्रतीक शक्तियों को पराजित किया गया था। इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों की ओर से सैनिकों को नमन करते हुए शहीद सैनिकांे के प्रति अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के सामने दो पक्ष हैं, एक पक्ष सत्य और सुरक्षा का, सरकार का पक्ष है। दूसरा पक्ष उन ताकतों का है जो किसी भी कीमत पर देश को कमजोर करना चाहती हैं। ऐसी ताकतें सेना को मजबूत नहीं होने देना चाहतीं।
प्रधानमंत्री जी ने बताया कि वर्तमान केन्द्र सरकार ने वर्ष 2016 में सेना को 50,000 बुलेट पू्रफ़ जैकेट उपलब्ध करायीं। इस वर्ष अप्रैल में 1,85,000 बुलेट प्रूफ़ जैकेट का आदेश दिया गया है। जुलाई 2016 में तेजस लड़ाकू विमान को वायु सेना में शामिल करने का फैसला लिया गया। इसके तहत 83 नये तेजस विमान की खरीद के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गयी। तेजस के निर्माण के लिए एच0ए0एल0 की क्षमता दो गुनी करने के लिए पिछले वर्ष 1,400 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गयी। 40 साल से लम्बित ‘वन रैंक-वन पेंशन’ प्रकरण को वर्तमान केन्द्र सरकार ने पूरा किया। एरियर के तौर पर 11,000 करोड़ रुपये की धनराशि पूर्व सैनिकों को दी जा चुकी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 70 वर्षाें में पहली बार किसानों की आय बढ़ाने में सोचा गया। इस उद्देश्य से बीज से लेकर बाजार तक के लिए नीतियां बनाकर उन्हें लागू किया गया। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट खरीफ़ व रबी की 22 फसलों पर लागू की गयी। इस फैसले से देश के किसानों को 60,000 करोड़ रुपये का लाभ मिला है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को डेढ़ प्रतिशत से 5 प्रतिशत प्रीमियम देना होता है। इसके तहत देश के किसानों द्वारा 8,000 करोड़ रुपये प्रीमियम के तौर पर दिये जाने के बाद आपदा अथवा फसल खराब होने की स्थिति में उन्हें 33,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद दी गयी है। इस प्रकार प्रीमियम के तौर पर किसानों से ली गयी धनराशि के सापेक्ष चार गुना से ज्यादा धनराशि, किसानों को मदद के तौर पर वापस की गयी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के संकल्प के अनुरूप कार्य कर रही हैं। रायबरेली सहित उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए मिलकर आगे बढ़ना है। आने वाले समय में सरोकार तथा सहयोग की भावना को और सुदृढ़ किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा ‘मेक इन इण्डिया’ की घोषणा किये जाने के बाद देश ने विकास तथा युवाओं को रोजगार देने और उन्हें स्वावलम्बी बनाने की दिशा में एक लम्बी छलांग लगायी। वर्तमान में रायबरेली के आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने में 2,000 से अधिक युवाओं को नौकरी तथा हजारों नौजवानों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जुलाई में एम्स, रायबरेली का ओ0पी0डी0 प्रारम्भ हो गया, जहां प्रतिदिन 500 से 1,000 रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केन्द्र व राज्य सरकार बिना किसी भेदभाव विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही हैं, जिनका लाभ गांव, गरीब, किसान सहित समाज के वंचित और उपेक्षित वर्गाें को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सौभाग्य योजना के तहत प्रदेश के 2,84,000 मजरों का विद्युतीकरण किया गया है। इसके तहत जनपद रायबरेली के 1,547 गांव के 7,013 मजरों का विद्युतीकरण किया गया है। इसके अलावा, 34 मजरों को सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत किया गया है। इसी प्रकार जनपद अमेठी के 924 ग्रामों के 5,349 मजरों में से 5,239 मजरों का विद्युतीकरण कार्य पूरा किया जा चुका है। 110 मजरों को सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत किया जा रहा है। आगामी 31 दिसम्बर, 2018 तक अमेठी जनपद का प्रत्येक मजरा विद्युतीकृत हो जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब तक प्रदेश में 02 करोड़ 49 लाख 59 हजार 827 इज्जत घर (शौचालय) निर्मित किये गये हैं। इनमें रायबरेली के 3,11,858 तथा जनपद अमेठी के 2,14,974 इज्जत घर शामिल हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के लिए 10.85 लाख आवास स्वीकृत किये गये, जिनमें से 8.85 लाख आवास पूर्ण हो गये हैं। इनमें जनपद रायबरेली के 23,430 तथा जनपद अमेठी के 12,612 आवास शामिल हैं। बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिया गया है। इसके अलावा, सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया है।
इसके पूर्व, अपने स्वागत सम्बोधन में रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के दिशा-निर्देशन में ‘मेक इन इण्डिया’ के तहत इस रेल कारखाने को आधुनिक बनाने तथा उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री जी के विज़न के अनुरूप भारतीय रेल उत्तर प्रदेश मंे भरपूर निवेश कर रही है।
रेल मंत्री ने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार के कार्यभार ग्रहण के 05 वर्ष पूर्व की अवधि में रेलवे द्वारा राज्य में 5500 करोड़ रुपये की धनराशि निवेशित की गयी थी। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में इस संख्या में 05 गुना बढ़ोत्तरी हुई है। अब तक 26,000 करोड़ रुपये का निवेश उत्तर प्रदेश में किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि उतरेठिया से रायबरेली तथा रायबरेली से अमेठी रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य दिसम्बर, 2019 तक पूर्ण हो जाएगा।