लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश को देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था बनाने, ‘ईज ऑफ डूईंग बिजनेस’ की अवधारणा को व्यावहारिक स्वरूप प्रदान करने और प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में उद्यमी मित्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री उद्यमी मित्र योजना’ के अन्तर्गत 102 उद्यमी मित्रों को नियुक्ति पत्र वितरण और औद्योगिक विकास नीति तथा खाद्य प्रसंस्करण नीति के अन्तर्गत निवेशकों को 232 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि के वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज उद्यमी मित्रों के जीवन की नई पारी शुरू होने जा रही है। प्रशिक्षण के दौरान उद्यमी मित्रों ने औद्योगिक स्थलों का निरीक्षण किया। यह सभी उत्तर प्रदेश में निवेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाएंगे। प्रत्येक माह और प्रत्येक वर्ष इनके कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा।
उद्यमी मित्रों को किसी को भी उनकी ओर उंगली उठाने का अवसर नहीं देना चाहिए। सेवा के दौरान लालच देने, मनोबल तोड़ने का प्रयास होगा, लेकिन अपने कर्तव्य मार्ग पर डटकर खड़े रहना होगा। उद्यमी मित्रों को जो मानदेय दिया जा रहा है, राशि न देखकर प्राथमिकता के साथ कार्य आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। आपकी प्राथमिकता में राज्य होना चाहिए। यह अपने आपको साबित करने और प्रदेश के लिए किए गए कार्यों के बेहतर परिणाम देखने का अवसर है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में प्रतिमाह उद्यमियों के साथ जिलाधिकारी और मण्डलायुक्त की बैठकें होती हैं। उद्यमी मित्रों का प्रयास होना चाहिए कि बैठकों में जो मुद्दे आते हैं उनको नोट कर सम्बन्धित अधिकारियों से वार्ता कर मामले के निस्तारण का प्रयास करें।
यदि उद्यमी मित्र प्रदेश की 25 करोड़ जनता के लिए कार्य करेंगे, तो राज्य सरकार इनके हितों के लिए कार्य करेगी। जो उद्यमी मित्र तीन वर्ष के सफलतम कार्यकाल को पूरा करेगा, यदि वह नौकरी करने का इच्छुक होगा, तो उसको शासन के विभिन्न विभागों में अवसर प्रदान करने के लिए आयु में छूट और स्पेशल वेटेज देने के कार्यक्रम को प्राथमिकता दी जाएगी। उद्यमी मित्र प्रदेश के परसेप्शन को बेहतर बनाने में योगदान दे सकते हैं। उद्यमी मित्रों को तीसरी आंख के रूप में कार्य करके निवेश में आने वाली बाधाओं को दूर करने का प्रयास करना होगा। उद्यमी मित्र के रूप में चयनित अभ्यर्थी 1500 लोगों में से चयनित होकर आए हैं। यह अभ्यर्थी ग्लाइडल यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ वेल्स कार्डिफ, आई0आई0एम0 लखनऊ, आई0आई0एम0 इन्दौर, बी0एच0यू0, आई0आई0आई0टी0 प्रयागराज, एन0आई0टी0 प्रयागराज, ए0एम0यू0 आदि शीर्ष संस्थानों से सम्बन्धित हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लगभग 01 वर्ष पूर्व आकांक्षी विकास खण्डों के लिए मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के अन्तर्गत युवाओं का चयन किया गया था। यह युवा विकास खण्ड को आकांक्षी विकासखण्ड से उभार कर एक सामान्य विकास खण्ड के रूप में स्थापित करने में योगदान दे रहे हैं। नियोजन विभाग द्वारा प्रतिमाह इनके कार्यों का मूल्यांकन किया जा रहा है। यह सभी युवा अपने विकास खण्ड में ही रात्रि निवास करते हैं। प्रत्येक दिन किसी न किसी ग्राम पंचायत में इनका भ्रमण होता है। वहां होने वाली प्रगति को प्रतिदिन वह टैबलेट आदि के माध्यम से अपलोड करते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश विकास की एक लम्बी छलांग लगा रहा है। वर्ष 2018 में जब उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट होनी थी, उस समय उत्तर प्रदेश का वार्षिक बजट 04 लाख 27 हजार करोड़ रुपये का था। हमें 04 लाख 68 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए। औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की क्षमता के बारे में इस बात से पता चलता है कि फरवरी, 2023 में आयोजित की गई उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। यह निवेश प्रस्ताव उत्तर प्रदेश की क्षमता, क्षेत्रफल, जनसंख्या के अनुरूप है। अब इन प्रस्तावों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग कराने की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गई है।
हमें प्रत्येक महीने देश-विदेश के उद्यमियों के साथ संवाद बनाना पड़ेगा। प्रदेश में आने वाले प्रत्येक प्रस्ताव को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इसके दृष्टिगत निवेश सारथी, निवेश मित्र जैसे पोर्टल बनाए गए हैं। औद्योगिक विकास को अभी और बेहतर करने की आवश्यकता है। औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में प्रत्येक कार्य को बिना किसी रुकावट के त्वरित निर्णय लेने के सामर्थ्य के साथ पारदर्शी और शुचितापूर्ण तरीके से कार्य करना होगा। हमें ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के मार्ग में बाधक तत्वों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। प्रदेश की बेहतर कानून-व्यवस्था के कारण निवेशकों में विश्वास उत्पन्न हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत 09 वर्षों से गरीब कल्याण योजनाओं को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचाया जा रहा है। यदि इनके साथ उद्यमी और समाज के अन्य सक्षम लोग जुड़ेंगे, तो इसके और अच्छे परिणाम मिलेंगे। उद्यमी प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश कर रोजगार का सृजन करें और सी0एस0आर की निधि का उपयोग प्रदेश में ही करें। प्रत्येक उद्योग अपने आपको किसी न किसी संस्था से जोड़कर युवाओं के कौशल विकास का कार्य करे। प्रदेश सरकार ने अभी हाल ही में टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ एक एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके माध्यम से 150 आई0टी0आई0 को न्यू एज कोर्सेज के साथ जोड़कर बेहतरीन आई0टी0आई के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री इन्टर्नशिप योजना शुरू की है। इस योजना के अन्तर्गत उद्योगों द्वारा अनस्किल्ड मैनपावर को रखने और प्रशिक्षण प्रदान करने का आधा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। प्रदेश में अगले 01 वर्ष के अन्दर साढ़े सात लाख युवाओं को इस योजना के तहत जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा में ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत 01 लाख 33 हजार विद्यालयों की अवसंरचना में सुधार किया गया है। इसके तहत विद्यालयों में लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास तथा अन्य बेहतरीन सुविधाएं देने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कई सुधार किए गए हैं। प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक हेल्थ ए0टी0एम0 स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इनमें टेक्निशियन की नियुक्ति की जा रही है। इस हेल्थ ए0टी0एम0 में 60 प्रकार की जांचें की जाएंगी और टेली कंसल्टेशन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता (नन्दी), संसदीय कार्य तथा औद्योगिक विकास राज्यमंत्री श्री जसवंन्त सिंह सैनी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।
कार्यक्रम के दौरान उद्यमियों ने प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था, सिंगल विण्डो सिस्टम, श्रम कानून में सुधार जैसी सुविधाओं के कारण उद्यम सुगमता के लिए मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट किया। उद्यमी मित्रों ने भी पारदर्शी चयन प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त तथा कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास श्री नरेन्द्र भूषण, सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, सलाहकार औद्योगिक विकास श्री अरविन्द कुमार सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।