लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नवप्रवर्तन तथा उद्यमिता को बढ़ावा देने तथा युवाओं को ‘रोजगार आकांक्षी’ के बजाय ‘रोजगार प्रदाता’ बनने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने विशेष प्रयास किए हैं। केवल उत्तर प्रदेश के स्टार्ट-अप के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 1000 करोड़ रुपये से उत्तर प्रदेश स्टार्ट-अप फण्ड (कार्पस फण्ड) की स्थापना की जा रही है, जिसे शीघ्र ही क्रियाशील किया जाएगा।
ईज आफ डूइंग बिजनेस सुधारों के जरिए व्यवसाय मित्रवत वातावरण का सृजन करने के लिए उद्योग बन्धु में सिंगिल विन्डो सिस्टम की स्थापना की गयी है। इसके अलावा निवेशकों, उद्यमियों तथा स्टार्ट-अप को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के लिए यू0पी0 इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन में एक नीति क्रियान्वयन इकाई (च्ण्डण्न्) स्थापित की गयी है।
नव उद्यमियों की सहायता के लिए भारत सरकार के सहयोग से वेबसाइट तथा टोल-फ्री हेल्पलाइन भी शुरू की गयी है। इसके साथ ही एक मोबाइल ऐप भी शुरू किया जा रहा है। लखनऊ में देश का सबसे बड़ा इन्क्यूबेटर स्थापित किया जा रहा है, जिसके लिए नादरगंज अमौसी में 40 एकड़ भूमि चिन्हित कर ली गयी है। स्टार्ट-अप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए युवा उद्यमियों तथा नव प्रवर्तकों के लिए आई.आई.टी. कानपुर, आई.आई.टी.-बीएच.यू. (वाराणसी), आई.आई.एम. लखनऊ (नोएडा) तथा कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान, सुल्तानपुर जैसे अग्रणी संस्थानों आदि में 10 इन्क्यूबेटर्स विकसित किए गये हैं। इसमें 138 स्टार्ट-अप की स्थापना की जा चुकी है, जिसमें आई.आई.टी. वाराणसी में 20, के.एन.आई.टी. सुल्तानपुर में 4, आई.बी. हब लखनऊ में 14, आई.टी. उपवन लखनऊ में 10, आई.टी. उपवन साहिबाबाद में 3, आई.आई.एम. लखनऊ (नोएडा) में 9, आई.आई.टी. कानपुर में 60, बी.आई.एम.टी.ई.सी.एच में 18 स्टार्टअप स्थापित किए गये हैं। इन्वेस्टर्स समिट में लगभग 13,000 करोड़ रुपये के स्टार्टअप के लिए 11 एमओयू हस्ताक्षरित किए गये हैं।
भारत सरकार की सहायता से आयोजित स्टार्ट यात्रा प्रोग्राम के माध्यम से 200 आवेदन पत्र आये, जिसमें 98 स्टार्ट-अप अंतिम चरण में पहुंचे तथा इसमें से 44 स्टार्ट-अप चयनित हुए। संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में चिकित्सा सम्बन्धी एस0टी0पी0आई की स्थापना के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किए गये हैं।
स्वरोजगार के लिए नये-नये आइडिया, युवाओं की जिज्ञासाओं के समाधान तथा राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सहायता के बारे में जानकारी देने के लिए 10 मंडलों में स्टार्ट-अप एक्सप्रेस की शुरूआत की जा रही है तथा इसकी एक कार्यशाला बरेली में आयोजित की जा चुकी है। इसके अलावा नोएडा आगरा में भी कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है।