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श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में अन्त्योदय की परिकल्पना को व्यावहारिक धरातल पर उतारने का कार्य किया गया: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊभारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में लखनऊ के विकास से जुड़ी 662 करोड़ रुपये लागत की 181 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर उन्होंने दिव्यांजन को मोटराईज्ड ट्राईसाइकल, कृत्रिम अंग, स्टिक, श्रवण यंत्र आदि सहायक उपकरण प्रदान किये। साथ ही, वृद्धजन को आयुष्मान वय वन्दना कार्ड वितरित किये।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तर प्रदेश को देश में अग्रणी राज्य के रूप में प्रस्तुत किया है तथा उत्तर प्रदेश को विशेष पहचान दिलाई है। लखनऊ के विकास का श्रेय केवल मुझे नहीं दिया जाना चाहिए। लखनऊ में विकास कार्य मुख्यमंत्री जी व प्रदेश सरकार के सहयोग से ही हुए हैं।
रक्षा मंत्री ने ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री जी, स्वास्थ्य मंत्री व आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि श्रद्धेय अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर इस प्रकार के स्वास्थ्य मेले का आयोजन करके सचमुच हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। श्रद्धेय अटल जी के शासनकाल से स्वास्थ्य मेलों का सिलसिला प्रारम्भ हुआ था। वर्तमान में राज्य सरकारों के सहयोग से स्थान-स्थान पर इस प्रकार के स्वास्थ्य मेले आयोजित किये जाते हैं।
दुनिया के विभिन्न देशों में रहने वाले भारतीयों द्वारा अटल जी का जन्म शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। श्रद्धेय अटल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व से सारा विश्व प्रभावित रहा है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रभावी तरीके से भारत का पक्ष रखा था। उनका यह भाषण अद्वितीय था। अटल जी ने राजनीति कुछ प्राप्त करने या समाज में अपना कद ऊंचा करने के लिए नहीं, बल्कि देश और समाज को बनाने के लिए की थी। उनके कार्य करने की सहजता, सरलता और मानसिक प्रखरता बेमिसाल थी।
रक्षा मंत्री ने कहा कि श्रद्धेय अटल जी के पदचिन्हों पर चलते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कई जन कल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं, जिनके सकारात्मक परिणाम लोगों के सामने हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रधानमंत्री जी द्वारा शुरू की गई ‘आयुष्मान भारत योजना’ से 40 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं। लाभार्थियों को इस योजना के अन्तर्गत 05 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। अब इस योजना में 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों के माध्यम से लोगों को 50 से 80 प्रतिशत तक सस्ती दवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। लोगों में इन जन औषधि केंद्रों के बारे में जागरूकता बढ़ायी जाए।
केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। देश में 22 एम्स के निर्माण को स्वीकृति दी गयी थी, जिनमें से 12 से अधिक नए एम्स बनकर तैयार हो गए हैं। 04 एम्स निर्माणाधीन हंै। वर्ष 2014 में देश में 387 मेडिकल कॉलेज संचालित थे। आज मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 780 हो गई है। एम0बी0बी0एस0 की सीटें लगभग 50 हजार हुआ करती थीं, आज बढ़कर 01 लाख 20 हजार हो चुकी हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि के लिए पूरी तरीके से तत्पर है। प्रदेश में एम्बुलेन्स सेवा बेहतर ढंग से कार्य कर रही है। त्वरित उपचार और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में मुख्यमंत्री जी ने जो कार्य किया है, उसकी जितनी सराहना की जाए वह कम है। मेडिकल काॅलेजों की स्थापना और उनमें सीट वृद्धि में उत्तर प्रदेश ने रिकाॅर्ड कायम किया है। प्रदेश मंे भारत सरकार के सहयोग से विभिन्न चरणों में 27 मेडिकल कॉलेज बनने शुरू हुए। इनमंे 14 मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हो गए हैं और 13 मेडिकल कॉलेजांे में कार्य चल रहा है, जो जल्द ही जनता की सेवा के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के हर जनपद में एक मेडिकल कॉलेज होगा और स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं व सेवाओं में लगातार वृद्धि होती जाएगी।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किये हंै। पूर्वांचल सहित पूरे उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से मरने वाले बच्चों की संख्या न के बराबर हो गई है। मुख्यमंत्री जी के समन्वित प्रयासों के कारण गोरखपुर सहित उत्तर प्रदेश व बिहार के कई जनपदों को इंसेफेलाइटिस से निजात दिलाने में कामयाबी हासिल हुई है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हेल्थ इज वेल्थ। स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी पूंजी है। स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। स्वास्थ्य शारीरिक, मानसिक व सामाजिक रूपों में होता है। जैसे-जैसे समय बदल रहा है, संस्कृति बदल रही है, उसी प्रकार खान-पान के तौर तरीकों में भी तेजी से बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इस तरह के छोटे-छोटे बदलाव हमारे स्वास्थ्य के प्रति विपरीत प्रभाव डालते हैं। हमें सुबह जल्दी उठने व रात में समय से सोने और बेहतर खान-पान की आदतें अपनानी होंगी। विभिन्न प्रकार की बीमारियों से निपटने के लिए केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाएं जा रहे हैं। आज स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भारत के कार्यों की सराहना दुनिया कर रही है, जो हमारे लिए गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में अन्त्योदय की परिकल्पना को व्यावहारिक धरातल पर उतारने का कार्य किया गया। आज यह ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ अन्त्योदय की भावनाओं का प्रतिनिधित्व कर रहा है। श्रद्धेय अटल जी पांच बार लखनऊ से सांसद रहे। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने भारत को राजनीतिक स्थिरता भी दी। अटल जी ने अन्त्योदय के रूप में खाद्यान्न सुरक्षा के साथ-साथ हर गरीब को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा मंे कार्य किया।
स्वास्थ्य मेलों की शुरुआत अटल जी की सरकार में ही प्रारम्भ हुई थी। बीच के कालखण्ड में स्वास्थ्य मेले आयोजित नहीं किये गये। युवा नेता श्री नीरज सिंह ने लखनऊ में स्वास्थ्य मेलों को ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ के रूप में आयोजित कर जन कल्याण के कार्य को आगे बढ़ाया है। विगत 5 वर्षों में हजारों लोग सीधे-सीधे अटल स्वास्थ्य मेले से लाभान्वित हुए हैं। 24 व 25 दिसम्बर, 2024 को हजारों लोग पुनः ‘अटल स्वास्थ्य मेले’ का लाभ लेने जा रहे हैं। इस स्वास्थ्य मेले में विभिन्न प्रकार के
कृत्रिम अंग उपकरण भी वितरित किये जा रहे हैं। यह वास्तव में एक अच्छा और सराहनीय प्रयास है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज बारिश के बावजूद के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित ‘अटल युवा महाकुम्भ’ में लगभग 25 से 30 हजार युवाओं ने अटल जी के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव व्यक्त किया, वह अद्भुत था। युवा पीढ़ी में अटल जी के प्रति इस प्रकार का श्रद्धा व सम्मान का भाव यह व्यक्त करता है कि अटल जी सचमुच भारतीय राजनीति के अजातशत्रु थे। अटल जी के प्रति ऐसा ही श्रद्धाभाव ‘अटल स्वास्थ्य मेले’ में आये लोगों मंे भी देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रद्धेय अटल जी ने विकास के लिए जो सोचा था, उन कार्यों को धरातल पर उतारने का कार्य लखनऊ के सांसद और रक्षा मंत्री जी ने किया है। आज लखनऊ में विकास के जो कार्य हम सबको देखने को मिल रहे हैं, वह अभिभूत करने वाले हैं। प्रदेश की राजधानी के अनुरूप यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट के कार्य हुए हैं। इस अटल स्वास्थ्य मेले में रक्षा मंत्री जी द्वारा लखनऊ को 662 करोड़ रुपये लागत की 181 विकास परियोजनाओं का एक उपहार दिया गया है। इससे पहले रक्षा मंत्री जी ने के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम में भी स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत विकास परियोजनाआंे का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने दिव्यांगजन सशक्तिकरण के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने दिव्यांगजन की पेंशन की राशि को 1000 रुपये प्रतिमाह करने का कार्य किया, जो पहले मात्र 300 रुपये प्रतिमाह थी। यह धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में जाती है।
उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद श्री संजय सेठ, विधान परिषद सदस्य डॉ0 महेन्द्र सिंह, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, अटल स्वास्थ्य मेले के आयोजक श्री नीरज सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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