केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने जबलपुर में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना -2.0 के मध्य प्रदेश चरण का शुभारंभ किया, जिसके अंतर्गत एक करोड़ और ज़रूरतमंद महिलाओं को मुफ़्त रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे जिनमें से आज पांच लाख महिलाओं को मुफ़्त रसोई गैस कनेक्शन, चूल्हा, रेग्युलेटर दिए गए। कार्यक्रम में केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी विडियो कांफ्रेंस के ज़रिए शामिल हुए। समारोह में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री श्री रामेश्वर तेली, केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते और केन्द्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि जब 2014 में देश में 30 साल के बाद किसी एक दल की पूर्ण बहुमत की सरकार आई और श्री नरेन्द्र मोदी सर्वसम्मति से देश के प्रधानमंत्री चुने गए तब उन्होंने जनता का आभार प्रकट करते हुए कहा था कि हमारी सरकार देश के ग़रीबों, पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों और बहनों के लिए है। श्री शाह ने कहा कि जब 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता ग़रीब, पिछड़े, आदिवासी, दलित और महिलाएं है, तो कई लोगों ने कहा कि जो भी प्रधानमंत्री बनता है वो यही कहता है। लेकिन, वर्ष 2014 से 2019 तक की पहली टर्म में श्री नरेन्द्र मोदी ने जो कहा था वो करके दिखाया और उसे ज़मीन पर उतारने का काम किया।
उज्ज्ववला योजना का ज़िक़्र करते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि जब श्री नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तब क़रीब 13 करोड़ गैस सिलिंडर देश में थे लेकिन वो सारे अमीरों के घरों में थे, शहरों में थे। ग़रीब माता तो 2014 तक लकड़ियां, कंडे जलाकर, धुंआ खाकर घर का खाना पकाती थीं, जिसका धुंआ उनके फेफड़ों में जाकर उनकी सेहत को नुक़सान पहुंचाता था जिससे उसका जीवन काल संक्षिप्त हो जाता है। इस दर्द को देश का कोई प्रधानमंत्री नहीं समझा था क्योंकि सारे प्रधानमंत्री ग़रीब घर से नहीं आते थे, श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ग़रीबी देखी है और उन्होंने मां के इस दर्द को बख़ूबी पहचाना और वहीं से उज्जवला योजना की शुरूआत हुई। उज्जवला योजना की शुरूआत के कुछ ही सालों में देखते-देखते लगभग नौ करोड़ घरों में गैस सिलिंडर पहुंच गए और जिन घरों में बच्चे, बूढ़े, माताएं धुंए से बीमार होते थे, वो घर धुंआरहित हो गए। श्री शाह ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी यहीं नहीं रूके और दोबारा उन्हें माताओं-बहनों का आशीर्वाद मिला और 2019 में फिर से अधिक सीटों के साथ प्रधानमंत्री बने और उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ माताएं ऐसी हैं जिन्हें गैस कनेक्शन नहीं मिल सके हैं और ऐसी एक करोड़ माताओं-बहनों को गैस सिलिंडर देने का काम उज्जवला-2.0 के तहत प्रधानमंत्री जी ने किया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 74 लाख लोगों को गैस सिलिंडर मिला था, 17 लाख और लोगों को गैस सिलिंडर मिलेगा, जिनमें से पांच लाख माताओं-बहनों को आज गैस सिलिंडर मिल रहा है।
श्री अमित शाह ने कहा कि ग़रीबों को रूपए देने से वोट बटोरे जा सकते हैं, लेकिन ग़रीब कल्याण नहीं हो सकता, ग़रीबों के जीवनस्तर को ऊपर नहीं लाया जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसी नीतियां बनाईं जिनसे ग़रीब का जीवनस्तर ऊपर आए। सिर्फ़ उज्जवला योजना में गैस के सिलिंडर नहीं दिए, देश में 60 करोड़ लोग ऐसे थे जिनके घर में एक भी बैंक अकाउंट नहीं था। जन-धन योजना के तहत हर घर में एक बैंक अकाउंट पहुंचाया, और सरकार की हर योजना की राशि आज हर महिला के बैंक अकाउंट में सीधी ट्रांसफ़र हो रही है, बीच में कोई बिचौलिया नहीं है। ये काम, ये सशक्तिकरण श्री नरेन्द्र मोदी ने किया है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज हर घर में बिजली पहुंचाने की बात हो रही है, लेकिन देश में 20000 गाँव ऐसे थे जिनमें बिजली का खंभा भी नहीं लगा था, ऐसे में सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने हाथ में लिया और घर-घर में बिजली पहुंचाने की शुरुआत हुई। श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हर व्यक्ति को 2022 तक घर देने का लक्ष्य रखा, हर घर में शौचालय हो, बेटियां, माताएं सम्मान के साथ जिएं, इसकी व्यवस्था श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने की। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना में अच्छे से अच्छे अस्पताल में आज सभी व्यक्ति 5 लाख रूपए तक अपना इलाज करा सकते हैं और अब हर घर में पीने का पानी पहुंचाने की शुरुआत भी की है। उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल की पहली और दूसरी लहर में लगभग 7-8 महीने तक हर ग़रीब को मुफ्त अनाज देने का काम देश के प्रधानमंत्री जी ने किया। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जी ने सिर्फ ग़रीब कल्याण के वादे नहीं किए बल्कि ग़रीब कल्याण करके दिखाया और उसे नीचे तक पहुंचाने का काम किया है।
श्री अमित शाह ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने आज़ादी के बाद 70 साल तक ग़रीबी उन्मूलन का वादा किया, लेकिन ग़रीबी वहीं की वहीं रही। योजना के नाम पर दिखावे के रूप में कुछ धन मिल जाये, 50-100 लोगों को घर मिल जाये, इस प्रकार की व्यवस्था करके वर्षों तक ग़रीबों के साथ छल करने का काम विपक्षी पार्टियों और उनके सहयोगियों ने किया।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार गरीब कल्याण के काम में लगी है, लेकिन जब थोड़े समय के लिए यहां दूसरी सरकार आई, तो उन्होंने पिछली सरकार द्वारा शुरू की गई 17 योजनाओं को बंद कर दिया। लेकिन, जब फिर हमारी सरकार बनी तो 17 की 17 योजनाओं को फिर से शुरू करने का कार्य किया गया और यही बताता है कि हमारी पार्टी की प्राथमिकता क्या है और विपक्षी पार्टियों की प्राथमिकता क्या है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ग़रीब कल्याण के अंत्योदय के रास्ते पर चल रही है और श्री नरेन्द्र मोदी जी का लक्ष्य 130 करोड़ लोगों का सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी विकास करना है और विकास ऐसा जो हर परिवार को छू ले और हर परिवार को समाहित कर ले और यह लक्ष्य बहुत जल्द ही सिद्ध होने वाला है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी चले हैं, आज़ादी का अमृत महोत्सव है, हर ग़रीब के चेहरे पर मुस्कान लाना, अनपढ़ को पढ़ाना, हर भूखे को खाना खिलाना, हर बेरोज़ग़ार को काम देना, इस लक्ष्य के साथ हम आगे बढ़े हैं।