लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्ष़्ाा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज यहां अपने कार्यालय कक्ष सेे दिल्ली केे प्रेस प्रतिनिधियों से वर्चुअल माध्यम से वार्ता करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की पहली लहर ने प्रदेश सरकार ने बहुत ही बेहतर कार्य किया जिसकी सराहना डब्लू.एच.ओ. ने भी की है। दूसरी लहर ने भी प्रदेश को प्रभावित किया और इससे आर्थिक गतिविधियां भी प्रभावित हुयी। प्रदेश सरकार ने हर सम्भव प्रयास किया कि जन सामान्य पर इसका प्रभाव न्यूनतम हो, जिसमे प्रदेश सरकार सफल भी हुयी है। कोरोना की दूसरी लहर का संक्रमण अब प्रदेश में नियंत्रण में है। उत्तर प्रदेश में अब केवल 12-13 हजार एक्टिव केस है। प्रदेश में रिकवरी रेट भी बेहतर है और पाजिटीविटी रेट भी कम है। प्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी की समस्याओं का सामना करते हुए आर्थिक गतिविधियों को जारी रखकर इस बात का प्रयास किया है इससे कम से कम लोग प्रभावित हों।
श्री सुरेश खन्ना नेे कहा कि वर्तमान सरकार के 04 साल के कार्यकाल में राजकोषीय घाटे और ऋण ग्रस्तता को एफ.आर.बी.एम की निर्धारित लिमिट के अन्दर रखने का प्रयास किया गया। यह भी प्रयास किया गया है कि वित्तीय अनुशासन को मेन्टेन रखा जाये। इसके लिए जो भी गैर जरूरी व्यय थे उन्हें समाप्त किया गया, सरकारी खर्चाें में मितव्ययिता बरती गई। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में टैक्स कलेक्शन 87.35 प्रतिशत रहा। वित्तीय वर्ष 2018-19 में 97.90 प्रतिशत, वर्ष 2019-20 में 87.62 प्रतिशत तथा वर्ष 2020-21 में कोरोना के कारण आर्थिक गतिविधियों के प्रभावित होने के बावजूद 77.47 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति हुयी। वर्ष 2021-22 में माह अप्रैल एवं मई में पुनः बेहतर परफार्मेंस कर रहे है। गत वर्ष की तुलना में इन दोनों महीनों में अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है।
वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से कम से कम लोग प्रभावित हो इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा हर सम्भव प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में रोजगार एवं ऋण वितरण किये गये। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में 05 गुना अधिक इन्टरप्रेन्योर को 03 गुना अधिक ऋण वितरण किया गया। वर्ष 2016-17 में 635583 लोगों को 27202 करोड़ रूपये का ऋण वितरण किया गया था। वर्तमान में 3480596 लोगों को 63038 करोड़ रूपये का ऋण वितरण किया गया। उन्होंने कहा कि इस महामारी में कमजोर वर्गाें को दो चरणों में 18 लाख तथा 17 लाख लोगों को उनके खाते में एक-एक हजार रूपये ट्रांसफर किये गये।
प्रदेश सरकार द्वारा बैकिंग सेक्टर, ऋण योजनाओं व प्रधानमंत्री मुद्रायोजना हर क्षेत्र में बेहतर कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि इस महामारी में भी 3,32,000 किमी सड़कों को गड्ढामुक्त कराया गया। 13,00,617 किमी सड़कों का चैड़ीकरण सुदृढ़ीकरण कराया
गया। 13189 किमी0 नई सड़कों का निर्माण कराया गया। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे के निर्माण के साथ ही साथ एयर कनेक्टीविटी को भी बेहतर बनाया जा रहा है।
वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2012-17 तक 02 लाख 05 हजार सरकारी नौकरियां दी गयी जबकि वर्तमान सरकार के 04 वर्ष के कार्यकाल में 04 लाख सरकारी नौकरियां दी गयी। मनरेगा के अन्तर्गत 101 करोड़ से अधिक मानव दिवस सृजित कर 1.50 करोड़ श्रमिकों को रोजगार दिया गया। एम एस एम ई क्षेत्र की 50 लाख से अधिक इकाईयों को 02 लाख 13 हजार करोड़ रूपये से अधिक ऋण उपलब्ध कराकर 1.80 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार दिया गया। मुद्रा योजना के अन्तर्गत वर्तमान सरकार में कार्यकाल में 1.52 करोड़ उद्यमी को लाभान्वित किया गया है। प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनओं के अन्तर्गत गत 04 वर्षों में बैकों द्वारा लगभग 7.39 लाख करोड़ रूपये का ऋण वितरण किया गया। उन्होंने कहा कि मार्च 2021 में कुल 19063 बैंक शाखाओं में 64882 बैंक मित्रों के माध्यम से प्रदेश के समस्त नागरिकों को बैकिंग सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। विगत 04 वर्षों में प्रदेश में 743 बैंक शाखाएं खोली गई।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि 24 अप्रैल, 2021 को प्रदेश में एक दिन में 38055 केस आये थे और 30 अप्रैल को एक्टिव केस 310,783 थे। प्रदेश सरकार के प्रयासों से वर्तमान में इसके नियंत्रण में काफी हद तक सफलता मिली है। प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में हर सम्भव प्रयास किया। निगरानी समितियों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा ट्रेसिंग एवं टेस्टिंग का कार्य किया गया। मार्च 2020 में प्रदेंश में टेस्टिंग के लिए सैम्पल अन्य राज्यों को भेजा जाता था। आज वर्तमान में प्रदेश में 150 से ज्यादा लैब हैं। अब तक कुल 5,31,98,121 टेस्ट किये गए है। इनमें 02 करोड़ 27 लाख से ज्यादा आरटीपीसीआर टेस्ट किये गये हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट 98 प्रतिशत है। वर्तमान में 7499 लोग होम आइसोलेशन में है। प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने में बेहतर कार्य किया है। दो बार डब्लू.एच.ओ. ने कान्ट्रैक्ट ट्रेसिंग निगरानी समितियों को सराहा है। वर्तमान में भी 03 लाख से ज्यादा टेस्ट प्रतिदिन किये जा रहे है। प्रदेश में अभी तक ब्लैक फंगस के 704 मरीज है। इनमें 152 कोविड के और 552 नान कोविड के मरीज है। प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है कि उन्हें बेहतर इलाज देकर शीघ्र स्वस्थ्य कर घर भेजा जा सके।