देहरादून: मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्टार्ट-अप काउंसिल की बैठक सम्पन्न हुई। मुख्य सचिव द्वारा स्टार्ट अप नीति के अनुसार अर्हता पूरी रखने वाले पात्र फर्मों का प्रस्तुतीकरण आगामी काउंसिल की बैठक में रखने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि इस योजना में अभिनव प्रयोग करने वाली फर्म को ही प्रोत्साहित किया जाए। बैठक में स्टार्ट अप काउंसिल द्वारा निर्धारित किये गये फोकस क्षेत्रों में सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमता सेक्टर को भी शामिल करने के प्रस्ताव अनुमोदन किया गया। मुख्य सचिव द्वारा टास्क फोर्स द्वारा मै0 सनफाक्स टैक्नोलाॅजी प्रा0लि0, मौक्सी लैब प्रा0लि0, प्रर्वतन टैक्नोलाॅजी प्रा0लि0 को क्रमशः 30 हजार, 60 हजार, 45 हजार स्वीकृत मासिक भत्ते का अनुमोदन किया गया।
मुख्य सचिव द्वारा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से इन्क्यूबेटर स्थापना के प्राप्त 5 फर्मों/संस्थाओं के प्राप्त आवदेनों पर चर्चा की गई तथा आगामी बैठक में इन संस्थाओं द्वारा प्रस्तुतीकरण कराने के निर्देश दिये गये।
बैठक में रेडिया जिंगल के माध्यम से स्टार्ट अप नीति का प्रचार प्रसार तथा विभिन्न माध्यमों से स्टार्ट अप नीति का प्रचार प्रसार करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में प्रमुख सचिव उद्योग श्रीमती मनीषा पंवार, एमडी सिडकुल श्री सी रविशंकर, कुलपति स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, पीएचडी चैम्बर आॅफ कामर्स के सदस्य श्री विरेन्द्र कालरा तथा निदेशक श्री अनिल तनेजा, पन्तनगर विश्वविद्यालय के प्रो0 एसडी सामन्तराय, सदस्य कांउसिल डाॅ. राकेश के शर्मा, ऋषि पांडे, यूपीईएस के डाॅ अजित निगम, सीएस सिडकुल श्री राजीव कुमार झा, निदेशक उद्योग श्री सुधीर नौटियाल, उपनिदेशक उद्योग श्री राजेन्द्र कुमार उपस्थित थे।