नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में भारत के प्रमुख हाइड्रोकार्बन सम्मेलन और प्रदर्शनी पेट्रोटेक – 2019 का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान, संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री श्री महेश शर्मा, विदेश से पधारे अनेक मंत्रीगण और अन्य प्रतिष्ठित प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री और सीईओ, एडीएनओसी डॉ सुल्तान अल अहमद जाबेर को लाइफटाइम अचीवमेंट इंटरनेशनल अवार्ड प्रदान किया।
इस अवसर पर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत के लिए प्रधानमंत्री के विज़न में ऊर्जा का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। देश में ऊर्जा क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन सुधारों ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित चार स्तंभों- ऊर्जा पहुंच, ऊर्जा दक्षता, ऊर्जा निरंतरता और ऊर्जा सुरक्षा को हमारे मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में अपनाकर निर्धन से निर्धनतम लोगों तक ऊर्जा न्याय पहुंचाने के हमारे कार्य को गति दी है।
श्री प्रधान ने कहा कि विश्व ऊर्जा आपूर्ति और खपत के स्रोतों में महत्वपूर्ण बदलाव का साक्षी बन रहा है। ओईसीडी देशों से लेकर विकासशील एशिया तक ऊर्जा की खपत में बड़ा बदलाव आया है। इलेक्ट्रिक वाहनों से भी खपत की परिपाटी बदलेगी। शेल क्रांति के बाद से अमरीका दुनिया का सबसे बड़ा तेल और गैस उत्पादक बन गया है और वह पारंपरिक तेल गतिशीलता को चुनौती दे रहा है। किफायती सौर पीवी आपूर्ति मिश्रण में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुए कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने में मदद कर रहा है।
श्री प्रधान ने कहा कि विशाल, विश्वसनीय ऊर्जा खपत वाले देश के रूप में भारत की आवाज को आज सम्मान के साथ सुना जाता है। हम तेल आपूर्तिकर्ताओं को भारत, और साथ ही खपत करने वाले समस्त देशों के बारे में जिम्मेदार और उचित मूल्य निर्धारण किए जाने के लिए के लिए समझाने में समर्थ रहे हैं। हम नए निवेशकों को आकर्षित करने और नई तकनीकों की शुरूआत करने के लिए अपनी तेल और गैस क्षेत्र की नीतियों तथा दिशानिर्देशों को सरल बनाने और उनमें सुधार लाने में सक्षम रहे हैं। उज्ज्वला और सीजीडी के विस्तार जैसी योजनाएं खाना पकाने के स्वच्छ ईंधन तक लाखों साधारण लोगों की पहुंच उपलब्ध कराते हुए बड़े पैमाने पर परिवर्तनकारी साबित हुई हैं। ऐसे कदमों से न केवल माननीय प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित ऊर्जा न्याय का मार्ग प्रशस्त हो रहा है, बल्कि व्यापार के अवसरों और जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ स्थानीय प्रदूषण चिंताओं का भी समाधान हो रहा है।