देहरादून: गुरूवार को बीजापुर अतिथि गृह में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू और मुख्यमंत्री हरीश रावत के मध्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन की असीम संभावनाएं है। राज्य सरकार द्वारा जो प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजे गये है, उन पर शीघ्र विचार कर निर्णय लिया जायेगा।
पंतनगर हवाई अड्डे को कार्गो एयर पोर्ट के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके साथ ही जौलीग्रांट व पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में काम करेंगे। राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव दिया गया है कि हैलीड्रोम में हैलीकाप्टर की नाईट लैडिंग सुविधा दी जाय, इस पर सुरक्षा एवं अन्य सभी बिन्दुओं पर विचार कर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के जो भी प्रस्ताव केन्द्र स्तर पर लंबित है, उनके समाधान शीघ्र ही किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के साथ आज की मुलाकात सार्थक रही है। राज्यहित में कुछ प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजे गये है, जिन पर केन्द्रीय मंत्री द्वारा सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव दिया है कि जौलीग्रांट हवाई अड्डे को अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा दिया जाय। उन्होंने कहा कि हमने देहरादून व पंतनगर हवाई अड्डे के विस्तार का भी अनुरोध किया गया है। राज्य में चारधाम यात्रा के साथ ही हेमकुण्ड साहिब, कैलाश मानसरोवर यात्रा होती है, जिसमें देश-विदेश से पर्यटक व तीर्थ यात्री आते है। इसे देखते हुए चण्डीगढ़ व अमृतसर से देहरादून के लिए हवाई सेवाएं शीघ्र प्रारम्भ की जाएं। पंतनगर एयपोर्ट को निर्यात के लिए कार्गो हब के तौर पर विकसित किया जाए। दिल्ली से पंतनगर के लिए एयर इण्डिया की रोकी गई हवाई सेवा को पुनः प्रारम्भ किया जाए। मुख्यमंत्री ने जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट को एमआरओ विकसित किए जाने के लिए उपयुक्त बताते हुए कहा कि इसके लिए सिविल एवियेशन अथाॅरिटी के पास पर्याप्त भूमि भी उपलब्ध है। इससे जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट में अधिक पार्किंग बेज चंतापदह इंले व अंतर्राष्ट्रीय उडानों के लिए नई टर्मिनल बिल्डिंग अन्य अवस्थापना सुविधाएं भी विकसित की जा सकती है। इससे एयरपोर्ट अथाॅरिटी आॅफ इंडिया की आय भी बढ़ेगी। उत्तराखण्ड में पर्यटन विकास के लिए हवाई सेवाओं के विस्तार पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आर्थिक गतिविधियों व स्थानीय लोगों को रोजगार के लिए पर्यटन की अहम भूमिका है। पर्यटन विकास में हवाई सेवाएं सहायक सिद्ध होगी। प्रदेश में सिविल एवियेशन डेवलपमेंट अथाॅरिटी बनाई गई है, जिसके अंतर्गत पर्वतीय क्षेत्रों में तीन एयरफील्ड व लगभग 60 हेलीपेड विकसित किए जा रहे है। इसमें भारत सरकार प्राथमिकता से सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट में 24 घंटे संचालन की सुविधाएं विकसित की जाएं। यहां रात्रिकालीन पार्किंग की व्यवस्था करने से देहरादून से दिल्ली के लिए सुबह की हवाई सेवा प्रारम्भ की जा सकती है। एयर नेवीगेशन सर्विसेज के तहत देहरादून व पंतनगर एयरपोर्ट को ब्।ज्.2 व ब्।ज्.1 के रूप में अपग्रेड किया जाए। यहां आईएलएस सुविधाएं भी सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में मानकों के अनुरूप भूमि की अनुपलब्धता को देखते हुए यहा 3 टथ्त् फील्ड्स के लिए लाईसेंसिंग में छूट दी जाए। नेपाल व तिब्बत बार्डर के निकट के एयरपोर्ट व हैलीपेड पर नाईट लेंडिंग सुविधाएं विकसित किए जाने के लिए छत्तीसगढ़ की भांति ही केन्द्रीय मदद दी जाए। राज्य में एयर कनेक्टीवीटी को बढ़ावा देने के लिए गैर लाईसेंस वाले एयरपोर्ट पर 9 से 20 सीट के एयरक्राफट की अनुमति दी जाए। केन्द्र सरकार द्वारा देहरादून व पंतनगर हवाई अड्डो में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर राज्य सरकार से वैट आदि में छूट के संबंध में सहमति मांगी गई थी, जिस पर राज्य सरकार द्वारा सहमति दे दी गई है।
बैठक में सभा सचिव विजयपाल सजवाण, औद्योगिक सलाहकार रणजीत सिंह रावत, मुख्य सचिव एन.रविशंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, अपर सचिव नागरिक उड्डयन अक्षत गुप्ता सहित नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।