नई दिल्ली: केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली ने कहा है कि अकेले जन-धन योजना से ही 25 करोड़ परिवारों को वित्तीय समावेशन में लाया जा सकेगा। बंधन बैंक का शुभारंभ करते हुए श्री जेटली ने कहा कि अब तक जन-धन योजना में 17.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं। बंधन बैंक, स्वाधीनता के बाद से आर बी आई की मंजूरी प्राप्त पूर्वी भारत का पहला व्यावसायिक बैंक है।
2001 से एनबीएफसी के रूप में बंधन के कार्य की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बंधन का एनपीए बहुत कम है और वायदे के अनुसार बंधन लघु और मध्यम उद्यम (एसएमई) के लिए वित्तीय सहायता देने पर ध्यान देगा। इस संदर्भ में केन्द्रीय वित्त मंत्री ने बैंक को समाज के कमजोर वर्ग की सेवा के लक्ष्य पर डटे रहने के लिए सतर्क किया, जिसमें अधिकतर बंधन वित्तीय सेवाओं के 75 लाख उपभोक्ता शामिल हैं।
सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के बारे में बोलते हुए श्री जेटली ने कहा कि इन योजनाओं के विस्तार से बैंकिंग क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुद्रा एजेंसी ने अब तक समाज के अपोषित वर्ग को वित्तीय सहायता दी है और वह यही भूमिका निभाता रहेगा।
बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक और संस्थापक श्री चन्द्र शेखर घोष ने कहा कि भारतीय बैंकिंग उद्योग के नये सदस्य-बंधन की देशभर में 501 शाखाओं में आज से कार्य शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि इस बैंक ने 1.43 करोड़ खातों, 10448 करोड़ का ऋण और 19500 कर्मचारियों के साथ 24 राज्यों में कार्य करना शुरू कर दिया है।
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