नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे पी नड्डा ने एच1एन1 इन्फ्लूएंजा पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज यहां स्वास्थ्य मंत्रालय एवं आईसीएमआर के वरिष्ठ अधिकारियों और दिल्ली
स्थित केंद्रीय सरकारी अस्पतालों जैसे कि सफदरजंग अस्पताल, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल एवं लेडी हार्डिंग अस्पताल के निदेशकों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस दिशा में हुई तैयारी पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में विभिन्न स्तरों पर ओसेल्टामिविर, वायरल डॉयग्नॉस्टिक किट, वायरल ट्रांसपोर्ट मीडिया, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और एन-95 मास्क का पर्याप्त स्टॉक रहे।
यह जानकारी दी गई कि एच1एन1 इन्फ्लूएंजा रोगियों के लिए दिल्ली के केंद्रीय सरकारी अस्पतालों में नामित बेड (बिस्तर) की संख्या पिछले साल की तुलना में तीन गुनी कर दी गई है। सफदरजंग अस्पताल में अलग रखे गए बिस्तरों एवं वेंटीलेटर युक्त बिस्तरों की संख्या क्रमश: 68 और 40 है, जबकि डॉ. आरएमएल अस्पताल में अलग रखे गए बिस्तरों की संख्या 47 और वेंटीलेटर युक्त बिस्तरों की संख्या 25 है। लेडी हार्डिंग अस्पताल में अलग रखे गए नामित बिस्तरों की संख्या 25 और वेंटीलेटर युक्त बिस्तरों की संख्या 14 है। वहीं, एम्स में अलग रखे गए बिस्तरों की संख्या 25 और वेंटीलेटर युक्त बिस्तरों की संख्या 15 है। नैदानिक केन्द्रों की संख्या पूरे देश में 21 से बढ़कर 34 हो गई है, जबकि प्रयोगशालाओं की नैदानिक क्षमता दिल्ली में दोगुनी हो गई है। समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया कि इन अस्पतालों के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीका लगाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री को यह जानकारी दी गई कि विभिन्न राज्यों के मास्टर ट्रेनर्स को वेंटीलेटर प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सात दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। 13 राज्यों के लगभग सत्तर मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा, एक नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की गई है, जो कार्य दिवसों पर दो पालियों में और छुट्टियों के दौरान एक पाली में कार्य कर रहा है।