केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो के निदेशक, जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव और केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों व विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। गृह मंत्री ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाओं को लेकर भी एक लम्बी बैठक की। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा,सेनाध्यक्ष, केंद्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो के निदेशक, जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल भी शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अमरनाथ यात्रा में आने वाले यात्रियों को दर्शन सुगम हों और उन्हें किसी समस्या का सामना न करना पड़े ये मोदी सरकार की प्राथमिकता है। श्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रियों के आवागमन, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य समेत सभी आवश्यक सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कोविड महामारी के बाद ये पहली यात्रा है और अत्यधिक ऊंचाई के कारण अगर लोगो को किसी तरह की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या हो तो हमें उसके लिए पर्याप्त इंतज़ाम करने होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि यात्रा मार्ग में बेहतर संचार और किसी भी सूचना के प्रसार के लिए मोबाइल टावर बढ़ाये जाएँ, साथ ही भूस्खलन होने की स्थिति में मार्ग तुरंत खोलने के लिए मशीने तैनात करने के निर्देश भी दिये। श्री अमित शाह ने पर्याप्त संख्या में ऑक्सीज़न सिलेंडर सुनिश्चित करने के साथ ही 6000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर पर्याप्त चिकित्सा बेड और किसी भी आपात चिकित्सा स्थिति से निपटने के लिए एम्ब्युलेन्स तथा हेलीकाप्टर तैनात करने को भी कहा। उन्होने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए अमरनाथ यात्रा के दौरान सभी तरह की परिवहन सेवाएँ बढाई जानी चाहिए।
बैठक में जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव ने बताया कि पहली बार हर अमरनाथ यात्री को एक RFID कार्ड दिया जाएगा और पाँच लाख रुपये का बीमा करवाया जाएगा। यात्रा के लिए टेंट सिटी, यात्रा मार्ग पर वाईफाई हॉटस्पॉट और समुचित प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही बाबा बर्फानी के ऑनलाइन लाइव दर्शन, पवित्र अमरनाथ गुफा में सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण और बेस कैंप में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।