नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षाबलों से अधिक सतर्क रहने के लिए कहा, क्योंकि आतंकवादी हमलों के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षागार्ड (एनएसजी) के 34वें स्थापना दिवस के अवसर पर आज मानेसर, गुरुग्राम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादी प्रचार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर लोगों के ऊपर वाहनों को चढ़ा रहे हैं। इन चुनौतियों को देखते हुए एनएसजी अपने कौशल और तकनीकों को उन्नत कर रहा है। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने सुरक्षा को मजबूत बनाया है और पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान सुरक्षाबलों की सतर्कता के कारण देश में कोई बड़ा आतंकवादी हमला नहीं हुआ है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों में अच्छा तालमेल देखा है, जिसके परिणामस्वरूप सुरक्षा अभियानों में सफलता मिल रही है। हमने जम्मू-कश्मीर में एनएसजी की एक यूनिट तैनात करने का निर्णय लिया है। त्वरित कार्रवाई करने के समय को कम करने के उद्देश्य से एनएसजी के क्षेत्रीय केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं। अभी हाल में हैदराबाद में ऐसे केन्द्र का उद्घाटन किया गया था, हालांकि आतंकवादी हमले में पहली कार्रवाई राज्य पुलिस को करनी चाहिए। सरकार सुरक्षाबलों को पूरा समर्थन दे रही है और उनके कल्याण के लिए हमने अनेक कदम उठाए हैं। हम शहीदों के परिवारों के प्रति भी चिंतित हैं और हमने उन्हें पर्याप्त वित्तीय सहायता सुनिश्चित करने के उपाय किए हैं। आतंकवादियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षागार्ड को ‘सुदर्शन चक्र’ के रूप में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह तुलना में अपने किस्म के किसी भी अंतर्राष्ट्रीय बल के बराबर है। अपनी स्थापना के 34 वर्षों के दौरान एनएसजी ने देश की सुरक्षा में अपना मजबूत स्थान बनाया है। आतंकवाद का मुकाबला करने, अपहरण रोकने और नजदीकी सुरक्षा परिचालनों में बहुआयामी भूमिका निभाने के कारण एनएसजी एक विशिष्ट बल बन गया है। इसने सौंपे गए सभी कार्यों को पूरे समर्पण से पूरा किया है। हमारे देश की जनता ने एनएसजी में पूरा विश्वास व्यक्त किया है और दुश्मन इस बल की क्षमताओं से डरते हैं।
इस अवसर पर उन्होंने सुरक्षाबल के कर्मियों और उनके परिवारों को पुरस्कार और प्रशंसा पत्र प्रदान किए। केन्द्रीय सशस्त्र पुलिसबलों के महानिदेशक, एनएसजी के पूर्व महानिदेशक और वित्त मंत्रालय तथा केन्द्रीय सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।