केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में आज दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘’स्वराज’ से ‘न्यू इंडिया’ तक भारत के विचारों का पुनरावलोकन’ विषय पर एक तीन-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह बहुत संतोष की बात है कि जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो दिल्ली विश्वविद्यालय अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक न्यू इंडिया बनाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से देश को वैश्विक महाशक्ति बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे प्रौद्योगिकी हमारी दुनिया को तेजी से बदल रही है और कहा कि 21 वीं सदी की चुनौतियों के अनुरूप भारत को तैयार करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि दिल्ली विश्वविद्यालय को उभरते तथा महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे ब्लॉकचेन, ई-कॉमर्स, पेटेंट प्रबंधन आदि पर पाठ्यक्रम विकसित करने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में न केवल भारत, बल्कि दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने की क्षमता है।