नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एएमसीडीआरआर) -2016 के बारे में मीडिया को जानकारी दी। श्री राजनाथ सिंह ने पत्रकारों के प्रश्नों के जवाब देने के अलावा उनके साथ निम्नलिखित जानकारी साझा की –
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कल आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एएमसीडीआरआर) 2016 का उद्घाटन करेंगे। यह आपदा जोखिम न्यूनीकरण (एसएफडीआरआर) के लिए सेंडाइ फ्रेमवर्क अपनाने के बाद पहला प्रमुख अंतर-सरकारी आयोजन है। यह सम्मेलन तीन से पांच नवम्बर, 2016 को आयोजित किया जा रहा है, जो एशियाई क्षेत्र में इस फ्रेमवर्क के कार्यान्वयन की दिशा प्रशस्त करेगा तथा इस सम्मेलन में कार्य की प्रगति की निगरानी के तंत्र के बारे में भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
सेंडाइ फ्रेमवर्क को जापान के सेंडाइ में मार्च, 2015 को आयोजित तीसरे संयुक्त राष्ट्र विश्व सम्मेलन में अपनाया गया था, जो 2015 के बाद विकास एजेंडे का एक पहला प्रमुख अनुबंध है। आपदा जोखिम कम करने की दिशा में लक्ष्यों और प्राथमिकता कार्य वाले क्षेत्रों की पहचान करता है। भारत डीआरआर से संबंधित मुद्दों से निपटने और आपदाओं के लचीलेपन को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसे महसूस करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस वर्ष की शुरूआत में सेंडाइ फ्रेमवर्क में परिभाषित प्राथमिकताओं के अनुसार तैयार की गई भारत की पहली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना की शुरूआत की। एसीएमडीआरआर 2016 की मेजबानी डीआरआर के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
इस सम्मेलन के दौरान 6 तकनीकी, 22 विषयगत और 3 विशेष सत्रों से संबंधित मुद्दो पर विचार-विमर्श किया जाएगा। तकनीकी आयोजन समुदाय लचीलेपन के लिए जोखिम संवेदनशील विकास से संबंधित विषयों पर आधारित होंगे। सभी तीन प्रमुख आयोजन- सतत विकास के लिए जोखिम लचीला बुनियादी ढांचा, नये जोखिम की रोकथाम के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग तथा क्षेत्रीय सहयोग भारत की अध्यक्षता में होंगे। सरकारों के साथ-साथ गैर-सरकारी संगठन, शिक्षाविद और अन्य हितधारकों के नेतृत्व में विषयगत सत्र 3 और 4 नवम्बर को समानांतर रूप से आयोजित किये जाएंगे। इन सत्रों में लिंग संवेदनशील डीआरआर, बाल केन्द्रित डीआरआर जैसे मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया जाएगा।
आपदा जोखिम न्यूनीकरण और जीवन बचाने में इसकी भूमिका, आजीविका और बुनियादी ढांचा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सम्मेलन के दौरान विभिन्न डीआरआर केन्द्रित गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इन गतिविधियों में 10 से 14 वर्ष की आयु के स्कूली बच्चों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चित्रकला प्रतियोगिता, लघु फिल्म प्रतियोगिता तथा डीआरआर में श्रेष्ठ प्रक्रिया दर्शाने वाली प्रदर्शनी का आयोजन शामिल है। चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को गृह राज्य मंत्री श्री किरेन रिजीजू 3 नवम्बर को सम्मानित करेंगे। लघु फिल्मोत्सव के विजेताओं को सम्मेलन के समापन के दौरान सम्मानित किया जाएगा।
विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू), सरकारी और संयुक्त राष्ट्र निकाय डीआरआर प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं। ‘मेक इन इंडिया’ पर विषयगत फोकस रखते हुए इस प्रदर्शनी में आपदा जोखिम प्रबंधन के उत्तम तौर-तरीकों को दर्शाया जाएगा। प्रदर्शनी आम जनता के लिए 3 एवं 4 नवंबर को शाम 6 से 8 बजे तक खुली रहेगी। 5 नवंबर को प्रदर्शनी शाम 3 बजे से लेकर 6 बजे तक खुली रहेगी।
सुनामी के खतरों और इसके असर को कम करने में पूर्व चेतावनी प्रणालियों की अहमियत के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रथम विश्व सुनामी जागरूकता दिवस का स्मरणोत्सव भी 5 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।
समापन दिवस पर इस सम्मेलन में नई दिल्ली घोषणा पत्र को अपनाया जाएगा, जो आपदा जोखिम की रोकथाम एवं इसमें कमी की दिशा में सहभागी सरकारों की राजनीतिक प्रतिबद्धता के रूप में होगा। सम्मेलन में ‘सेंडाई रूपरेखा के क्रियान्वयन के लिए एशियाई क्षेत्रीय योजना’ को भी अपनाया जाएगा। एसएफडीआरआर के क्रियान्वयन में ‘साझा जिम्मेदारी’ वाली अवधारणा की दिशा में हितधारक समूहों की कार्रवाई के स्वैच्छिक वक्तव्यों को भी अपनाया जाएगा।
इच्छुक सरकारों, अंतर-सरकारी संगठनों (आईजीओ), भागीदारों एवं हितधारक समूहों द्वारा आज सम्मेलन पूर्व आयोजन किए गए हैं, ताकि विभिन्न मसलों पर साझा रुख तय किए जा सकें, जो सम्मेलन के दौरान विचार-विमर्श में शामिल होंगे।
एएमसीडीआरआर 2016 के पूर्वावलोकन के रूप में तीन कार्यक्रम स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (22 अक्टूबर), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (26 अक्टूबर) और राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (27 अक्टूबर) द्वारा दिल्ली में आयोजित किए गए थे।
एशियाई देशों के वरिष्ठ स्तर के सरकारी प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इसके अलावा अनेक अन्य हितधारक जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां, सिविल सोसायटी संगठन, शैक्षणिक संस्थान, निजी क्षेत्र भी भाग लेंगे। तकरीबन 4000 लोगों के इस सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है, जिनमें लगभग 1100 विदेशी भी शामिल हैं।
वर्ष 2005 में आगाज किया गया एएमसीडीआरआर एक द्विवार्षिक सम्मेलन है, जिसे विभिन्न एशियाई देशों एवं आपदा जोखिम न्यूनीकरण से जुड़े संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनआईएसडीआर) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। अब तक छह एएमसीडीआरआर आयोजित किए गए हैं। भारत ने वर्ष 2007 में नई दिल्ली में द्वितीय एएमसीडीआरआर की भी मेजबानी की थी।
गृह राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू और एनडीएमए के सदस्य श्री आर.के. जैन और श्री कमल किशोर भी इस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे।
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